आईओए की कार्यकारी परिषद ‘धमकी भरे पत्रों’, ओलंपिक में हुए अतिरिक्त खर्चों पर चर्चा करेगी

आईओए की कार्यकारी परिषद ‘धमकी भरे पत्रों’, ओलंपिक में हुए अतिरिक्त खर्चों पर चर्चा करेगी

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  • Publish Date - September 25, 2024 / 03:42 PM IST,
    Updated On - September 25, 2024 / 03:42 PM IST

नयी दिल्ली, 25 सितंबर (भाषा) भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की बृहस्पतिवार को यहां होने वाली कार्यकारी परिषद की बैठक में काफी गहमागहमी रहने की उम्मीद है क्योंकि इसके सदस्यों ने एजेंडे में विवादास्पद मुद्दों को भी जोड़ा है जिसमें अध्यक्ष पीटी उषा द्वारा उन्हें जारी कथित ‘धमकी भरे पत्र’ भी शामिल हैं।

यह बैठक उषा और आईओए कोषाध्यक्ष सहदेव यादव के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में हो रही है।

मंगलवार को यादव ने अपनी छवि को ‘बदनाम’ करने के लिए उषा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी थी क्योंकि उन्होंने पद पर बने रहने की उनकी योग्यता को चुनौती देने वाली शिकायत के आधार पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था।

कार्यकारी परिषद द्वारा जोड़े गए 14 बिंदुओं के एजेंडा में ‘अध्यक्ष द्वारा कार्यकारी समिति के सदस्यों को समय-समय पर जारी किए गए अवैध और धमकी भरे पत्रों’ पर चर्चा शामिल है।

अध्यक्ष से संबंधित दो अन्य मुद्दों के अनुसार परिषद ‘आईओए संविधान के तहत अध्यक्ष की शक्तियों के दायरे पर चर्चा और विचार-विमर्श करेगी तथा अध्यक्ष के आचरण की रिपोर्ट आईओए नैतिकता आयोग को देने की आवश्यकता पर निर्णय लेगी।’

बैठक के बारे में आधिकारिक संवाद परिषद के 12 सदस्यों द्वारा संयुक्त रूप से जारी किया गया है जिसमें वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय पटेल, उपाध्यक्ष राजलक्ष्मी सिंह देव, उपाध्यक्ष और पूर्व ओलंपिक पदक विजेता गगन नारंग, सदस्य और पूर्व पहलवान योगेश्वर दत्त आदि शामिल हैं।

जिन सदस्यों ने इस पर हस्ताक्षर नहीं किए उनमें मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम और टेबल टेनिस खिलाड़ी ए शरत कमल शामिल हैं जो आईओए खिलाड़ी आयोग में हैं।

हाल ही में पेरिस ओलंपिक से संबंधित मुद्दे भी बैठक का महत्वपूर्ण हिस्सा होंगे।

इनमें ओलंपिक का प्रायोजन विवरण, पेरिस में किए गए ’अतिरिक्त व्यय’ शामिल हैं जिसमें आईओए के कथित खर्चे पर अध्यक्ष के कमरे को अपग्रेड करना भी शामिल है।

एक अन्य चर्चा नवंबर 2022 में उत्कृष्ट योग्यता वाले खिलाड़ियों (एसओएम) के चयन के लिए अपनाई गई प्रक्रिया और निर्वाचित पदों के लिए आईओए के चुनाव में उनकी भागीदारी से संबंधित होगी।

खिलाड़ी आयोग ने उस समय आठ एसओएम चुने थे जिनमें उषा, योगेश्वर दत्त, एमएम सोमाया (हॉकी), रोहित राजपाल (टेनिस), अखिल कुमार (मुक्केबाजी), शुमा सिरुर (निशानेबाजी), अपर्णा पोपट (बैडमिंटन) और डोला बनर्जी (तीरंदाजी) शामिल थे।

भाषा सुधीर पंत

पंत