नयी दिल्ली, 18 नवंबर (भाषा) भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने अगले साल 13 से 19 जनवरी तक यहां आयोजित होने वाले पहले खो खो विश्व कप के लिए सोमवार को भारतीय खो खो महासंघ (केकेएफआई) के साथ अपनी साझेदारी की पुष्टि की।
आईओए ने इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित होने वाली प्रतियोगिता के लिए अपना ‘पूरा समर्थन’ देने का वादा किया है।
केकेएफआई प्रमुख सुधांशु मित्तल को भेजे गये बयान में आईओए अध्यक्ष पीटी उषा ने खो खो जैसे स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देने के लिए महासंघ की मजबूत प्रतिबद्धता व्यक्त की।
उषा ने कहा, ‘‘हम अपनी सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाने और पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने में इस आयोजन के महत्व को पहचानते हैं। हम टूर्नामेंट की सफलता सुनिश्चित करने के लिए भारतीय खो खो महासंघ के साथ सहयोग करने के लिए तत्पर हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य इस आयोजन को यादगार और प्रभावशाली बनाना है, प्रतिभागियों के बीच खेल भावना को प्रोत्साहित करना और दुनिया भर में खो खो की लोकप्रियता को बढ़ावा देना है।’’
मित्तल ने कहा कि आईओए और केकेएफआई के बीच साझेदारी खो खो के लिए ‘गेम-चेंजर (बड़े स्तर पर सकारात्मक बदलाव)’ होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘अध्यक्ष पीटी उषा के नेतृत्व में आईओए का समर्थन मिलना खो खो के लिए गेम-चेंजर साबित होगा। यह सहयोग खो खो को वैश्विक मानचित्र पर लाने में महत्वपूर्ण है। हम पहली बार खो खो विश्व कप की मेजबानी करने के लिए रोमांचित हैं। यह इस खेल के लिए वास्तव में एक ऐतिहासिक घटना है।’’
इस विश्व कप में पुरुष और महिला दोनों टीमें भाग लेंगी। इसमें छह महाद्वीपों के 25 देश प्रतिस्पर्धा करेंगे।
मेजबान भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान और श्रीलंका सहित एशिया की टीमों के अलावा इसमें अफ्रीका, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और ओशिनिया के देशों की भागीदारी होगी।
भाषा आनन्द मोना
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