भारतीय खिलाड़ी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ और सभी परिस्थितियों में अच्छा खेलते हैं: तस्कीन अहमद

भारतीय खिलाड़ी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ और सभी परिस्थितियों में अच्छा खेलते हैं: तस्कीन अहमद

  •  
  • Publish Date - October 10, 2024 / 01:28 PM IST,
    Updated On - October 10, 2024 / 01:28 PM IST

नयी दिल्ली, 10 अक्टूबर (भाषा) बांग्लादेश के तेज गेंदबाज तस्कीन अहमद का मानना है कि भारतीय खिलाड़ी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं और किसी भी परिस्थिति में अच्छी बल्लेबाजी कर सकते हैं।

उन्होंने यह भी माना कि बल्लेबाजी की कमजोरियों ने चल रही टी20 श्रृंखला में बांग्लादेश को निराश किया है, जिसमें मेजबान भारत एक मैच शेष रहते 2-0 से अजेय बढत बना चुका है ।

पहले मुकाबले में सात विकेट से जबकि दूसरा टी20 अंतरराष्ट्रीय 86 रन से हारने के बाद अब बांग्लादेश का श्रृंखला में सूपड़ा साफ होने के आसार हैं ।

तस्कीन ने मीडिया से कहा, ‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि वे (भारतीय क्रिकेटर) सर्वश्रेष्ठ हैं, न सिर्फ स्वदेश में बल्कि पूरी दुनिया (सभी परिस्थितियों) में। वह हमसे ज्यादा अनुभवी और बेहतर हैं।’

बुधवार को हुए मुकाबले में तस्कीन, तनजीम हसन साकिब और मुस्ताफिजुर रहमान की तेज गेंदबाजी तिकड़ी ने पावरप्ले के अंदर भारतीय शीर्ष क्रम को आउट कर बांग्लादेश को मजबूत स्थिति में ला दिया था।

हालांकि उनके स्पिनर इस लय को बरकरार नहीं रख सके और नीतिश कुमार रेड्डी और रिंकू सिंह की साझेदारी ने भारत को 221 रन के दमदार स्कोर तक पहुंचा दिया।

तस्कीन ने कहा, ‘पावरप्ले में हमने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन अंत में उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की और दुर्भाग्य से स्पिनरों का दिन खराब रहा। अमूमन, हमारे इस तरह के खराब दिन नहीं होते हैं मगर टी20 प्रारूप में किसी भी दिन कुछ भी हो सकता है।’

बांग्लादेश के लिए 16 रन देकर दो विकेट लेने वाले तस्कीन ने कहा ‘हम सभी जानते हैं कि दिल्ली का मैदान बड़े स्कोर वाला स्थल है और यहां औसतन 200 से अधिक रन बनते हैं। लेकिन हमने श्रृंखला के पहले दोनों मैच में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। दोनों विकेट बल्लेबाजी के लिए अनुकूल थे लेकिन टीम के रूप में हम अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता के मुताबिक नहीं खेल पाए।’

इसके अलावा बांग्लादेश ने इस मैच में नीतीश कुमार रेड्डी (74 रन) को आउट करने का अहम मौका भी गंवा दिया जब वह मात्र पांच रन पर थे। उनका कैच विकेटकीपर लिटन दास ने छोड़ था।

तस्कीन ने कहा, ‘कैच छोड़ हमेशा महंगा पड़ता है और खासकर भारत जैसी टीम के खिलाफ गलती की गुंजाइश बेहद कम रहती है।’

भाषा सं सं मोना

मोना