एडिलेड, छह दिसंबर (भाषा) महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट के शुरुआती दिन भारतीय गेंदबाजों के प्रदर्शन पर निराशा जताते हुए कहा कि उन्हें गुलाबी गेंद से बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था।
तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क के छह विकेट की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पहली पारी में 180 रन पर समेटने के बाद दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट पर 86 रन बना लिए थे।
गावस्कर ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘उन्हें बल्लेबाजों को जितना हो सके उतना खेलने के लिए मजबूर करना होगा। आप बल्लेबाज को अधिक गेंद खेलने के लिए मजबूर कर सफलता हासिल कर सकते हैं।’’
इस पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘‘आप कुछ गेंदें बाहर डालने के बाद अंदर आने वाली गेंद से उन्हें चकमा दे सकते हैं जैसा कि पर्थ टेस्ट में नाथन मैकस्वीनी और मार्नस लाबुशेन के साथ बुमराह ने किया था। भारतीय गेंदबाजों ने वास्तव में गुलाबी गेंद का उतना अच्छा उपयोग नहीं किया जितना उन्हें करना चाहिए था।’’
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस करने वाले बायें हाथ के तेज गेंदबाज स्टार्क को ‘गुलाबी गेंद का जादूगर’ करार दिया।
स्टार्क ने 48 रन देकर छह विकेट लिये जिससे भारतीय टीम 180 रन पर आउट हो गयी।
हेडन ने मैच के प्रसारकों से कहा, ‘‘वह 40 ओवर के खेल के बाद भी गुलाबी गेंद को काफी स्विंग करने में सक्षम था। यह देखना शानदार था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैच शुरू होने से पहले सब कुछ भारतीय टीम के पक्ष में था। जीवन और खेल में वापसी करने के लिए एक कठिन स्थिति का सामना करना पड़ता है और मिशेल स्टार्क ने ऐसा उसी तरीके से किया जैसे वह कर सकते थे। वह गुलाबी गेंद का जादूगर है।’’
भाषा आनन्द पंत
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