भारत को अपनी खेल महत्वाकांक्षा को मजबूत डोपिंग रोधी प्रणाली से जोड़ना चाहिए: खेल सचिव

भारत को अपनी खेल महत्वाकांक्षा को मजबूत डोपिंग रोधी प्रणाली से जोड़ना चाहिए: खेल सचिव

भारत को अपनी खेल महत्वाकांक्षा को मजबूत डोपिंग रोधी प्रणाली से जोड़ना चाहिए: खेल सचिव
Modified Date: April 16, 2025 / 06:42 pm IST
Published Date: April 16, 2025 6:42 pm IST

नयी दिल्ली, 16 अप्रैल (भाषा)  खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी ने बुधवार को कहा कि भारत 2030 में राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए बोली पेश कर रहा है और ऐसे में देश को अपने खेल महत्वाकांक्षा को एक मजबूत डोपिंग रोधी प्रणाली के साथ जोड़ना चाहिए ताकि निष्पक्षता, अखंडता और स्वच्छ खेल के प्रति प्रतिबद्धता सुनिश्चित हो सके।

खेल मंत्रालय की इस शीर्ष अधिकारी ने राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) द्वारा यहां इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (आईआईसी) में ‘एक साथ मिलकर स्वच्छ खेल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण’ विषय पर आयोजित सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त किये।

‘प्ले ट्रू वीक 2025’ के हिस्से के रूप में आयोजित इस कार्यक्रम में भारत में स्वच्छ, निष्पक्ष और मूल्य-आधारित खेलों के माहौल को बढ़ावा देने के लिए बड़ी संख्या में हितधारकों को एक साथ लाया गया।

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विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी (वाडा) के एशिया/ओशिनिया कार्यालय की निदेशक मयूमी याया यामामोटो ने इस वर्ष के वैश्विक ‘प्ले ट्रू’ अभियान में नाडा के प्रयासों की सराहना की।

उन्होंने ‘इट स्टार्ट्स विद मी’ अभियान के महत्व पर जोर देते हुए एकजुटता के साथ स्वच्छ खेल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए आवश्यक साझा जिम्मेदारी पर अपने विचार रखे।

इसके उद्घाटन सत्र में 10 अलग-अलग क्षेत्रीय भाषाओं में नाडा के ‘फेयर प्ले गाइड’ का अनावरण  किया गया। इसका मकसद पूरे देश में खिलाड़ियों और हितधारकों के लिए स्वच्छ खेल शिक्षा को और अधिक सुलभ बनाना है।

इस दौरान राष्ट्रीय खेल महासंघों, चिकित्सा संस्थानों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के विशेषज्ञों ने भारत की डोपिंग रोधी प्रणाली को मजबूत करने के लिए व्यावहारिक दृष्टि और रणनीतियों को साझा किया।

भाषा आनन्द मोना

मोना


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