नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (भाषा) भारतीय गोल्फ संघ (आईजीयू) के चुनाव अधिकारी न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आरएस मलिक ने मंगलवार को कहा कि मतदान कराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि अध्यक्ष सहित सभी पद के लिए केवल एक नामांकन मिला है।
न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मलिक को बृजिंदर सिंह ने ही चुनाव अधिकारी नियुक्त किया था।
बृजिंदर को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया क्योंकि वह इस पद के लिए अकेले उम्मीदवार थे। यह हालांकि अभी पता नहीं चला है कि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) इन चुनावों को मान्यता देगा या नहीं।
चुनाव कार्यक्रम के अनुसार नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख पांच दिसंबर थी। इसकी जांच और नाम वापसी के बाद उम्मीदवारों की अंतिम सूची की पुष्टि 10 दिसंबर तक होनी थी।
न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) ओपी गर्ग और न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) प्रमोद कोहली के बाद 15 दिसंबर को प्रस्तावित चुनावों के लिए चुनाव अधिकारी बनने वाले न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मलिक तीसरे व्यक्ति थे।
चुनाव अधिकारी के रूप में कोहली की नियुक्ति पर आईओए अध्यक्ष पीटी उषा ने हितों के संभावित टकराव पर चिंता जताई थी। कोहली आईओए के मध्यस्थता आयोग के वर्तमान अध्यक्ष हैं। कोहली ने हालांकि बाद में पद छोड़ दिया, जिसके बाद बृजिंदर ने मलिक को नियुक्त किया।
मलिक ने मंगलवार को एक नोटिस में कहा, ‘‘चूंकि सभी पदों के लिए चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की संख्या भरे जाने वाले पदों की संख्या के बराबर है, इसलिए भारतीय राष्ट्रीय खेल विकास संहिता, 2011 में निर्धारित आदर्श चुनाव दिशानिर्देशों के खंड नौ (1) के मद्देनजर सभी उम्मीदवारों को उनके संबंधित पदों पर विधिवत निर्विरोध निर्वाचित माना जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए 15 दिसंबर 2024 को मतदान कराना आवश्यक नहीं होगा।’’
मलिक ने बताया कि राणा प्रताप कलिता ने उपाध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन वापस ले लिया है। सचिव और कोषाध्यक्ष पद के लिए क्रमश: सतीश कुमार और संजीव रतन अकेले उम्मीदवार थे।
नौ अन्य व्यक्तियों को भी संचालन समिति के सदस्यों के रूप में सूचीबद्ध किया गया था।
भाषा आनन्द सुधीर
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