नई दिल्ली। साल 2009 में लाहौर में श्रीलंकाई टीम पर हुए आतंकी हमला हर किसी को याद है। इस हमले में कई लोग मार गए थे, वहीं कुछ क्रिकेटर घायल हुए थे। आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की पूरी दुनिया में कड़ी निंदा की। इस घटना के एक दशक के बाद पाकिस्तान में एक बार फिर खेल के मैदान में हमला हुआ।
Read More News: 1 लाख लोगों को नौकरी देने जा रहे एक्टर सोनू सूद, इस कंपनी के साथ किया करार, ट्वीट कर दी जानकारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आतंकवादियों ने ओराक्जई जिले के इस्माइलजई तहसील में द्रार ममाजई क्षेत्र में अमन क्रिकेट टूर्नामेंट के भव्य समापन समारोह में हमला किया। आतंकिया ने स्टेडियम में घुसकर तोड़फोड़ की, वहीं पड़डियों में छुप कुछ आतंकवादियों ने गोली बरसाईं।
Read More News: इंदौर में 145 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि, 3 की मौत, 42 हुए डिस्चार्ज
टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में दर्शकों की भारी भीड़ थी। वहीं इस मैच को देखने जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के स्थानीय नेता, हाजी कासिम गुल, क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में मुख्य अतिथि थे। वहीं मैच के दौरान अचानक गोलीबारी से अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गोलीबारी इतनी तेज थी कि आयोजकों के पास खेल को समाप्त करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
Read More News: मॉडल और मिस इंडिया फाइनलिस्ट ऐश्वर्या ने UPSC में ऐसे हासिल की सफलता, टॉपर्स की सूची में आया नाम
गनीमत है कि इस घटना में किसी की मौत नहीं हुई। वहीं दूसरी ओर इस हमले के बाद फिर से कड़ी निंदा होना शुरू हो गया। हालांकि अभी तक इस मामले में किसी भी राजनीतिक नेताओं, खिलाड़ियों का बयान सामने नहीं आया है। वहीं कुछ लोग इस घटना से अंजान बता रहे हैं।
Read More News: अमेरिका ने लोगों को प्याज खाने से किया मना, अमेरिकी हेल्थ एजेंसी CDC ने जारी किया अलर्ट..ये बीमारी बनी वजह
वैभव सूर्यवंशी आईपीएल के सबसे युवा खिलाड़ी बने
59 mins ago