लन्दन: एकदिवसीय क्रिकेट वर्ल्डकप का आयोजन इस साल भारत में होने जा रहा है जबकि अगले साल क्रिकेट के फटाफट फॉर्मेट यानी टी20 का विश्वकप भी खेला जाना है। (ICC T20 Men’s World Cup 2024) यह पूरा आयोजन कैरिबियाई देशो के साथ ही अमरीकी देशो में खेला जाना है। आयोजन के लिए आईसीसी ने तैयारी भी शुरू कर दी है लेकिन इसी बीच एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है।
दरअसल जमैका की सरकार ने 2024 टी20 विश्व कप के आयोजन से जुड़े वित्तीय संभावनाओं को परखने के बाद, अपनी देश के “सीमित संसाधनों” को ध्यान में रखते हुए इस टूर्नामेंट में किसी मैच की मेज़बानी करने से मना कर दिया था।
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देश की खेल मंत्री ओलिविया ग्रैन्ज ने ‘जमैका ऑब्ज़र्वर’ को बताया, “हमने चंद मैचों की मेज़बानी जमैका में करवाने के लिए लगभग पांच लाख डॉलर्स (लगभग 2.68 करोड़ रुपये) की लागत को रखा और फिर परखा कि हम उसे कहां से लाते। हमने हितधारकों के साथ क़ीमत के हिसाब से फ़ायदों का आकलन भी किया। इसमें हमें आर्थिक, सामाजिक और विकास से जुड़े प्रभावों को ध्यान में रखना पड़ा। यह भी समझना ज़रूरी था कि मौजूद पर्यटन से मिल रही आय पर कितनी वृद्धि देखने को मिलती।
गौरतलब है कि पिछले हफ़्ते वेस्टइंडीज़ और अमरीका द्वारा सह-मेज़बानी के अंतर्गत खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट के वेन्यू की घोषणा की गई थी। स्थानीय सरकारों की सहमति के साथ ही वेन्यू को फ़ाइनल किया गया था। कैरिबियाई देशों में केवल जमैका, ग्रेनाडा और सेंट किट्स एंड नीविस ने मेज़बानी करने की कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। आख़िरकार सात देश – ऐंटीगा, बारबाडोस, डॉमिनिका, गयाना, सेंट लूसिया, सेंट विंसेंट एंड ग्रेनडाइंस और त्रिनिदाद एंड टोबेगो ने विश्व कप में मैचों की मेज़बानी करने का फ़ैसला किया।