कराची, 25 नवंबर (भाषा) अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड (आईसीसी) के कार्यकारी बोर्ड सदस्य बढ़े हुए वित्तीय प्रोत्साहन के वादे के साथ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को अगले साल की चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल स्वीकार करने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
भारत द्वारा आईसीसी को इस आयोजन के लिए पाकिस्तान की यात्रा करने में असमर्थता की सूचना देने के बाद टूर्नामेंट के कार्यक्रम की घोषणा में विलंब हो रहा है।
आईसीसी इस जटिल मुद्दे का समाधान ढूंढने के लिए मंगलवार को अपने कार्यकारी बोर्ड की बैठक बुलाने वाली है।
इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्र ने कहा, ‘‘पीसीबी ने कड़ा रुख अपनाया है और हाइब्रिड मॉडल के तहत टूर्नामेंट की मेजबानी नहीं करना चाहता है। इसलिए अब गतिरोध को समाप्त करने के लिए उन्हें अतिरिक्त वित्तीय प्रोत्साहन की पेशकश की जा रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘संभावना है कि कल (मंगलवार) तक बोर्ड प्रतिनिधियों की वर्चुअल चर्चा के बाद चैम्पियंस ट्रॉफी के आयोजन और प्ररूप को लेकर चीजें काफी हद तक साफ हो जायेंगी। ’’
इस सूत्र ने कहा कि पीसीबी को भारत के मैचों को यूएई में खेलने की अनुमति देने के लिए अतिरिक्त वित्तीय प्रोत्साहन स्वीकार करने के लिए कहा जा रहा है। भारत अगर फाइनल के लिए क्वालीफाई करता है तो फाइनल दुबई में खेला जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘पीसीबी ने अब तक ऐसे सभी कदमों का विरोध किया है और इस बात पर जोर दिया है कि यदि भारत पाकिस्तान में खेलने को इच्छुक नहीं है तो यह उनकी समस्या है क्योंकि भाग लेने वाले अन्य छह देशों को पाकिस्तान में खेलने में कोई समस्या नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ पीसीबी इस बात पर जोर दे रहा है कि अगर हाइब्रिड मॉडल अपनाया जाता है तो भी भारत बनाम पाकिस्तान मैच और फाइनल लाहौर में खेले जाये। जाहिर है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड इस पर सहमत नहीं होगा। वह पाकिस्तान के खिलाफ मैच के साथ सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबला भी दुबई में खेलना चाहता है।’’
पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने अब तक कार्यक्रम की घोषणा में देरी पर कोई टिप्पणी करने से परहेज किया है, लेकिन उन्होंने हाइब्रिड मॉडल को नकारते हुए कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में तय कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जाएगी।
भाषा आनन्द मोना
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