भुवनेश्वर : Hockey World Cup दुनिया की चोटी की चार टीमें ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, नीदरलैंड और बेल्जियम विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंची हैं और ऐसे में शुक्रवार को यहां होने वाले अंतिम चार के मुकाबलों के रोमांचक होने की संभावना है। विश्व की नंबर एक टीम ऑस्ट्रेलिया पहले सेमीफाइनल में विश्व की चौथे नंबर की टीम जर्मनी का सामना करेगी जबकि दूसरे सेमीफाइनल में मौजूदा चैंपियन बेल्जियम का मुकाबला पिछले दो बार के उपविजेता नीदरलैंड से होगा।
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Hockey World Cup इन चार टीमों में तीन बार के चैंपियन और विश्व में तीसरे नंबर की टीम नीदरलैंड ने दक्षिण कोरिया पर 5-1 की बड़ी जीत से सेमीफाइनल में जगह बनाई। जर्मनी ने दो बार विश्व कप जीता है लेकिन वह 2010 के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचा है। उसकी यहां तक की राह आसान नहीं रही है। अपने पूल में दूसरे स्थान पर रहने के बाद उसे क्रॉसओवर मैच खेलना पड़ा था जबकि सेमीफाइनल में पहुंची बाकी तीन टीमों ने क्वार्टर फाइनल में सीधे प्रवेश किया था।
इंग्लैंड के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में जर्मनी एक समय 0-2 से पीछे चल रहा था लेकिन उसने आखिरी दो मिनट में दो गोल करके मैच को पेनल्टी शूटआउट तक खींचा जिसमें वह 4-3 से जीत दर्ज करने में सफल रहा। पिछली बार कांस्य पदक जीतने वाला ऑस्ट्रेलिया सेमी फाइनल में जर्मनी के खिलाफ जीत के प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगा। लेकिन इस टूर्नामेंट के दौरान यह भी साबित हुआ कि ऑस्ट्रेलिया की टीम अजेय नहीं है और ऐसे में जर्मनी की संभावना को किसी भी तरह से कम करके नहीं आंका जा सकता है।
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स्पेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में भी एक समय ऑस्ट्रेलिया 0-2 से पीछे चल रहा था लेकिन उसने तीसरे क्वार्टर में अच्छी वापसी करके यह मैच 4-3 से अपने नाम किया था। स्पेन के कप्तान मार्क मिरालेस यदि पेनल्टी स्ट्रोक को गोल में बदल देते तो इस मैच का परिणाम भिन्न भी हो सकता था। ऑस्ट्रेलिया ने अब तक सर्वाधिक नौ गोल पेनल्टी कॉर्नर पर किए हैं। उसने अब तक कुल 24 गोल दागे हैं और वह नीदरलैंड (27) के बाद दूसरे स्थान पर है। ऑस्ट्रेलिया के पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ जेरेमी हेवार्ड और ब्लैक गोवर्स शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। हेवार्ड ने अब तक सात गोल जबकि गोवर्स ने पांच गोल किए हैं।
जर्मनी का दारोमदार कप्तान मैट ग्रामबश और उनके छोटे भाई टॉम के साथ-साथ पांच गोल करने वाले निकलास वेलेन पर टिका रहेगा। वह पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ गोंजालो पेलिएट से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा होगा। लगातार 12वीं बार सेमीफाइनल में खेल रहा ऑस्ट्रेलिया पिछले छह विश्वकप में पांचवी बार फाइनल में जगह बनाने की कोशिश करेगा।
नीदरलैंड दूसरे सेमीफाइनल में लगातार तीसरी बार फाइनल में जगह बनाने की कोशिश करेगा लेकिन बेल्जियम के सामने उसकी कड़ी परीक्षा होगी। गत चैंपियन और मौजूदा ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बेल्जियम बेहतरीन फॉर्म में चल रहा है। नीदरलैंड को टूर्नामेंट में अभी तक कड़ी चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा है। उसने पूल चरण के अपने तीनों मैच और फिर क्वार्टर फाइनल में आसान जीत दर्ज की। दूसरा सेमीफाइनल में टूर्नामेंट की सबसे उम्रदराज टीम और सबसे युवा टीम के बीच भी मुकाबला होगा। बेल्जियम के 11 खिलाड़ियों की उम्र 30 वर्ष से अधिक है जबकि नीदरलैंड के आठ खिलाड़ी 25 वर्ष से कम के हैं। उसके केवल दो खिलाड़ियों की उम्र ही 30 वर्ष से अधिक है।