एडिलेड, सात दिसंबर (भाषा) ट्रेविस हेड की आक्रामक शतकीय पारी से ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन शनिवार को अपनी पहली पारी में डिनर के विश्राम तक आठ विकेट पर 332 रन बनाकर भारत पर 152 रन की बड़ी बढ़त कायम कर ली।
दिन-रात्रि टेस्ट मैच के दूसरे दिन जसप्रीत बुमराह (59 रन पर चार विकेट) के खिलाफ शानदार चौके से खाता खोलने वाले हेड ने 111 गेंद में टेस्ट करियर का आठवां शतक पूरा किया। उन्हें 76 रन के स्कोर पर हालांकि अश्विन की गेंद पर मोहम्मद सिराज ने कैच टपकाकर जीवनदान भी दिया।
सिराज ने दिन के दूसरे सत्र में अपनी गेंदबाजी का स्तर ऊंचा करते किया जिसका फायदा उन्हें एलेक्स कैरी और फिर हेड के विकेट से मिला। एलेक्स कैरी का कैच विकेट के पीछे ऋषभ पंत ने लपका।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने 80 ओवर पूरे होते ही नयी गेंद लेने का फैसला किया। उन्होंने गेंद बुमराह को थमाई लेकिन बुमराह पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के बाद मैदान पर बैठ गये। उन्होंने फिजियो से इलाज के बाद गेंदबाजी जारी रखी।
हेड ने हालांकि इस ओवर में उनके खिलाफ दो चौके जड़ दिये।
हेड ने अगले ओवर में सिराज के खिलाफ चौका और छक्का लगाकर अपना आक्रामक रूख जारी रखा लेकिन इस गेंदबाज ने यॉर्कर पर उन्हें बोल्ड कर पवेलियन की राह दिखायी। हेड ने अपनी पारी में 17 चौके और चार छक्के जड़े।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इस सत्र में कुछ हैरान करने वाले फैसले भी लिये। उन्होंने दूसरे सत्र की शुरुआत में गेंद तेज गेंदबाज की जगह अश्विन को थमा दी।
अश्विन को इस दौरान हालांकि किस्मत का भी थोड़ा साथ मिला जब मिचेल मार्श भारतीय खिलाड़ियों की अपील पर अपने आप पवेलियन की तरफ चले गये। रीप्ले में दिखा कि गेंद ने पंत के दस्तानों में जाने से पहले बल्ले का किनारा नहीं लिया था।
इससे पहले दिन मार्नुस लाबुशेन ने धैर्य और परिपक्वता से बल्लेबाजी करते हुए 64 रन बनाकर लय में वापसी की
लाबुशेन लंबे समय से लय में नहीं थे और इस मैच से पहले टीम में उनकी जगह को लेकर बहस चल रही थी। उन्होंने ने टेस्ट करियर के 26 वें अर्धशतक के साथ भारत को परेशान करना शुरू किया था कि युवा हरफनमौला नीतिश रेड्डी की गेंद पर यशस्वी जायसवाल ने शानदार कैच पकड़ कर उनकी पारी को खत्म किया।
मैच के शुरुआती दिन ऑस्ट्रेलिया के दबदबे के बाद भारत ने दूसरे दिन की शुरुआत आक्रामक गेंदबाजी से की।
मैच के पहले दिन भारतीय गेंदबाजों ने जहां ऑफ स्टंप से बाहर गेंदबाजी करने पर ध्यान दिया था वही दूसरे दिन उन्होंने स्टंप को निशाना बनाया। टीम को इस योजना का फायदा भी मिला।
बुमराह ने ऑफ स्टंप की लाइन से बाहर और अंदर आती गेंदों के मिश्रण के साथ ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को परेशान किया। अपना दूसरा टेस्ट खेल रहे नाथन मैकस्वीनी के पास इस गेंदबाजी का कोई जवाब नहीं था। मैकस्वीनी उनकी बाहर निकलती गेंद पर बल्ला अड़ा बैठे और विकेटकीपर ऋषभ पंत ने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की।
मैकस्वीनी ने बीते दिन के अपने स्कोर में एक रन जोड़ कर 39 रन बनाये। उन्होंने हालांकि अपनी पारी में शानदार जज्बा दिखाते हुए पर्थ टेस्ट की दोहरी नाकामी को पीछे छोड़ा।
क्रीज पर आये अनुभवी स्टीव स्मिथ (दो) एक बार भी बल्ले से नाकाम रहे। वह बुमराह की गेंद को फ्लिक करने की कोशिश में पंत को कैच थमा बैठे।
हेड को पारी की शुरुआत में बुमराह की गेंदों ने परेशान किया लेकिन उन्होंने दूसरे गेंदबाजों पर आक्रमण कर रन बनाना जारी रखकर दबाव को हावी नहीं होने दिया।
भाषा आनन्द नमिता
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