गुकेश बेहद प्रभावशाली, भारतीय शतरंज किसी से कम नहीं: हंगरी के ग्रैंड मास्टर रिचर्ड रैपोर्ट

गुकेश बेहद प्रभावशाली, भारतीय शतरंज किसी से कम नहीं: हंगरी के ग्रैंड मास्टर रिचर्ड रैपोर्ट

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  • Publish Date - September 23, 2024 / 06:08 PM IST,
    Updated On - September 23, 2024 / 06:08 PM IST

… पूनम मेहरा…

नयी दिल्ली, 23 सितंबर (भाषा) शतरंज ओलंपियाड में अजेय रहे डी गुकेश के खिलाफ ड्रॉ मुकाबला खेलने वाले दो खिलाड़ियों में शामिल रहे हंगरी के ग्रैंड मास्टर रिचर्ड रैपोर्ट इस खेल में भारत की अभूतपूर्व प्रगति से आश्चर्यचकित हैं। रैपोर्ट ओलंपियाड में दमदार प्रदर्शन करने के बाद बावजूद इस साल नवंबर दिसंबर में चीन के डिंग लिरेन के खिलाफ होने वाले विश्व चैम्पियनशिप के मुकाबले के लिए गुकेश को जीत का प्रबल दावेदार नहीं मानते हैं। रैपोर्ट ने कहा कि विश्व चैम्पियनशिप के दौरान गुकेश को अलग स्तर की चुनौती का सामना करना पड़ेगा और अनुभव के मामले में चीन का खिलाड़ी गुकेश से बहुत आगे है। ओलंपियाड के छठे दौर के मुकाबले में 28 साल के इस खिलाड़ी ने 44 चाल के बाद गुकेश को बराबरी पर रोका था। उनके अलावा उज्बेकिस्तान के अब्दुसात्तोरोव नोदिरबेक ही गुकेश को बराबरी पर रोकने में सफल रहे थे। रैपोर्ट और गुकेश लंदन में आयोजित होने वाली ‘टेक महिंद्रा ग्लोबल चेस लीग’ में फिर से एक दूसरे का आमना-सामना कर सकते हैं। उन्होंने पिछले साल इस लीग की शुरुआती सत्र में गुकेश को हराया था। हंगरी के सबसे कम उम्र (13 साल ) में ग्रैंड मास्टर बनने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ जब मैं पिछले सत्र में जीसीएल में उसके साथ खेला था, तो वह एक अलग खिलाड़ी था, हो सकता है कि वह अलग खिलाड़ी न हो लेकिन उसकी लय अलग थी। मैंने ओलंपियाड में उनके खिलाफ कड़ा मुकाबला नहीं खेला। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने वास्तव में (ओलंपियाड में) उसकी कड़ी परीक्षा नहीं ली लेकिन दूसरों ने ऐसा किया है और उसने शानदार तरीके से उनका सामना किया। वह काफी प्रभावशाली था। मैं जीसीएल में उसके खिलाफ कठिन मुकाबला खेलने को लेकर बहुत उत्सुक हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे सबसे मजबूत खिलाड़ियों को चुनौती देना पसंद है। भारत के युवा पीढ़ी के खिलाड़ियों के खिलाफ हालांकि यह काफी कठिन होने वाला है। मैं हालांकि इससे परेशान नहीं हूं।’’ पूरी दुनिया की तरह रैपोर्ट भी विश्व चैम्पियनशिप का इंतजार कर रहे है। हंगरी के खिलाड़ी का मानना है कि लिरेन के पास काफी अनुभव है जिससे वह 20 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच होने वाले मुकाबले में गुकेश के लिए खिताब जीतना आसान नहीं होगा। उन्होंने कहा, ‘‘आप पिछले मुकाबले (ओलंपियाड) को देखें, तो गुकेश को पहले से ही दावेदार माना जा रहा था लेकिन ये मुकाबले काफी अलग थे।  डिंग के पास अनुभव है और मुझे लगता है कि वहां कोई नया चैंपियन हो सकता है।  मैं हालांकि आंकड़े किसी के पक्ष में नहीं रखूंगा। यह अब तक के किसी भी टूर्नामेंट से कहीं अधिक कठिन है।’’ रैपोर्ट ने कहा कि ओलंपियाड में उन्हें भारतीय महिला टीम ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया। भारत ने ओपन वर्ग के साथ महिला वर्ग का भी स्वर्ण पदक जीतकर ओलंपियाड में इतिहास रच दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ महिला टीम वास्तव में आश्चर्यजनक थी। हम सभी ओपन टीम पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं लेकिन उस टीम में आपके पास दो खिलाड़ी (गुकेश और अर्जुन एरिगैसी) थे जो अविश्वसनीय रूप से खेल रहे थे। आपकी टीम में अगर एक भी ऐसा खिलाड़ी हो तो आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ महिला वर्ग में कड़ी प्रतिस्पर्धा थी। उन्होंने शानदार खेल दिखाया, वे वास्तव में प्रभावशाली टीम रही है। महिला वर्ग में कजाखिस्तान की टीम काफी मजबूत थी लेकिन जब शतरंज की बात आती है तो आपका देश शीर्ष पर है।’’ वह जीसीएल में अल्पाइन एसजी पाइपर्स टीम का हिस्सा होंगे। इस टीम में उनके साथ नॉर्वे के दिग्गज मैग्नस कार्लसन और भारत के आर प्रज्ञानानंदा भी शामिल हैं। भाषा आनन्द पंतपंत