गुजरात ने उत्तराखंड को पारी से हराया, देसाई ने मैच में लिये 12 विकेट

गुजरात ने उत्तराखंड को पारी से हराया, देसाई ने मैच में लिये 12 विकेट

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  • Publish Date - January 25, 2025 / 06:22 PM IST,
    Updated On - January 25, 2025 / 06:22 PM IST

अहमदाबाद, 25 जनवरी (भाषा) बाएं हाथ के स्पिनर सिद्धार्थ देसाई के शानदार प्रदर्शन से गुजरात ने शनिवार को यहां रणजी ट्रॉफी एलीट ग्रुप बी मैच के तीसरे दिन उत्तराखंड पर पारी और 28 रन से शानदार जीत हासिल की।

  पहली पारी में करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ( 36 रन देकर नौ विकेट) करने वाले देसाई ने दूसरी पारी में गेंदबाजी का आगाज करते हुए 77 रन पर तीन विकेट चटकाये। उन्हें मैच में 113 रन देकर 12 विकेट लिये। देसाई को दूसरी पारी में रिंकेश वाघेला (63 रन पर तीन विकेट) और विशाल जायसवाल ( 71 रन पर तीन विकेट) का अच्छा साथ मिला जिससे पहली पारी में 282 रन से पिछड़ने वाली उत्तराखंड की दूसरी पारी 254 रन पर सिमट गयी।

उत्तराखंड की पहली पारी को 111 रन पर समेटने के बाद गुजरात ने मनन हिंगराजिया (116) और जयमीत पटेल (121) के शतकों से 393 रन बनाये।

उत्तराखंड के लिए दूसरी पारी में शाश्वत डंगवाल (129 गेंदों में 101 रन) और कप्तान रविकुमार समर्थ (162 गेंदों में 76 रन) ने अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन उनके संघर्ष के बावजूद गुजरात बोनस अंक हासिल करने में सफल रहा।

इस जीत से गुजरात ग्रुप तालिका में 26 अंक के साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गया।

वह विदर्भ से दो अंक पीछे, जिसने राजस्थान के खिलाफ ग्रुप के एक अन्य मैच में मजबूत वापसी की है।

कप्तान अक्षय वाडकर (102 नाबाद) और यश राठौड़ (98) की शानदार बल्लेबाजी से पहली पारी में पिछड़ने के बाद विदर्भ ने दूसरी पारी में सात विकेट पर 358 रन बना लिये। टीम के पास अब 258 रन की बढ़त है और एक दिन का खेल बचा हुआ है।

ग्रुप के अन्य मैच में हैदराबाद के खिलाफ फॉलोऑन मिलने के बाद हिमाचल ने दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 21 रन बना लिये है। टीम अब भी हैदराबाद से 269 रन पीछे है।

हैदराबाद ने पहली पारी में 565 रन बनाने के बाद हिमाचल की पहली पारी को 275 रन पर समेट दिया था। ह

पुडुचेरी के खिलाफ आंध्र की टीम ने करण शिंदे ( 86) के नाबाद अर्धशतक से दूसरी पारी में पांच विकेट पर 248 रन बनाकर अपनी बढ़त 291 रन तक पहुंचा दी है।

आंध्र की पहली पारी में 303 रन के जवाब में पुडुचेरी की पारी 260 रन पर सिमट गयी थी।

भाषा आनन्द मोना

मोना