पोरवोरिम (गोवा), 14 नवंबर (भाषा) स्नेहल कौथांकर और कश्यप बाकले की जोड़ी ने तिहरा शतक जड़ने के साथ 606 रन की भागीदारी कर रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे बड़ी साझेदारी दर्ज की जिससे गोवा ने बृहस्पतिवार को यहां प्लेट ग्रुप मैच में अरूणाचल प्रदेश को पारी और 551 रन से शिकस्त दी।
कौथांकर ने 215 गेंद में 314 रन जबकि बाकले ने 269 गेंद में 300 रन बनाये जिससे गोवा ने सिर्फ 92 ओवर में दो विकेट पर 727 रन पर पारी घोषित कर पहली पारी के आधार पर 643 रन की बढ़त हासिल की।
गोवा ने फिर अरूणाचल प्रदेश को 22.3 ओवर में 92 रन पर समेटकर बड़ी जीत दर्ज की। मेहमान टीम पहली पारी में 84 रन पर सिमट गई थी।
कौथांकर और बाकले ने अपनी सनसनीखेज साझेदारी के दौरान कई रिकॉर्ड तोड़ दिए। उनकी नाबाद साझेदारी ने 2016 में वानखेड़े स्टेडियम में महाराष्ट्र की जोड़ी एसएम गुगाले और एआर बावने के बीच तीसरे विकेट के लिए 594 रन की साझेदारी को पीछे छोड़ दिया जो दिल्ली के खिलाफ बनी थी।
रणजी ट्रॉफी मैच में एक ही पारी में दो बल्लेबाजों द्वारा तिहरा शतक जड़ने का यह दूसरा ही मामला है। तमिलनाडु के डब्ल्यूवी रमन और अर्जुन कृपाल सिंह ने 1989 में गोवा के खिलाफ क्रमशः 313 और 302 रन बनाए थे।
यह 606 रन की साझेदारी श्रीलंका के कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने के बीच 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में बनाई गई 624 रन की साझेदारी से थोड़ी ही पीछे रही।
गोवा का पहली पारी का 727 रन का स्कोर प्लेट डिवीजन में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। इससे पहले 2018 में मेघालय ने सिक्किम के खिलाफ सात विकेट पर 826 रन बनाये थे। रणजी ट्रॉफी में यह नौवां सबसे बड़ा स्कोर है।
कौथांकर ने अपनी पारी के दौरान 43 चौके और चार छक्के लगाए और इस उपलब्धि तक पहुंचने के लिए उन्होंने सिर्फ 205 गेंदें खेलीं।
कौथांकर अपनी तूफानी पारी की बदौलत अब हैदराबाद के तन्मय अग्रवाल और दक्षिण अफ्रीका के मार्को मराइस के बाद प्रथम श्रेणी में सबसे तेज तिहरा शतक जड़ने वाले खिलाड़ियों की सर्वकालिक सूची में तीसरे स्थान पर हैं।
अपनी पारी के दौरान इस 29 वर्षीय खिलाड़ी ने रणजी ट्रॉफी के इतिहास में चौथा सबसे तेज दोहरा शतक भी दर्ज किया जो उन्होंने सिर्फ 146 गेंद में 200 रन बनाकर हासिल किया।
बाकले की पारी में 39 चौके और दो छक्के जड़े थे।
भाषा नमिता सुधीर
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