मुंबई: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) गवर्निंग काउंसिल ने शुक्रवार (19 जून) को ऐलान किया कि वे टूर्नामेंट से जुड़े अलग-अलग प्रायोजकों को लेकर अगले सप्ताह समीक्षा बैठक करेंगे। आईपीएल ने ट्वीट किया, “सीमा पर झड़प में हमारे बहादुर जवानों की शहादत को ध्यान में रखते हुए आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने टूर्नामेंट के विभिन्न प्रायोजन (स्पॉन्सरशिप) सौदों की समीक्षा के लिए अगले सप्ताह एक बैठक बुलाई है।”
दरअसल, वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर पूर्वी लद्दाख के नजदीक गलवान घाटी में दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव के बाद चीन विरोधी माहौल गर्म है। चार दशक से ज्यादा समय में पहली बार भारत चीन सीमा पर हुई हिंसा में कम से कम 20 भारतीय जवान शहीद हो गए। उसके बाद से चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मांग की जा रही है।
इससे पहले कहा गया था कि बीसीसीआई अगले चक्र के लिए अपनी प्रायोजन नीति की समीक्षा के लिए तैयार है, लेकिन आईपीएल के मौजूदा टाइटल प्रायोजक वीवो से करार खत्म करने का कोई इरादा नहीं है। बोर्ड के कोषाध्यक्ष अरूण धूमल का कहना था कि आईपीएल में चीनी कंपनी से आ रहे पैसे से भारत को ही फायदा हो रहा है, चीन को नहीं।
Taking note of the border skirmish that resulted in the martyrdom of our brave jawans, the IPL Governing Council has convened a meeting next week to review IPL’s various sponsorship deals: Indian Premier League (IPL) pic.twitter.com/WjKXKInqOi
— ANI (@ANI) June 19, 2020
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