पूर्व भारतीय क्रिकेटर सदाशिव रावजी पाटिल का निधन, 86 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

पूर्व भारतीय क्रिकेटर सदाशिव रावजी पाटिल का निधन, 86 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

  •  
  • Publish Date - September 15, 2020 / 12:38 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:50 PM IST

मुंबई: एक टेस्ट मैच में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व क्रिकेटर सदाशिव रावजी पाटिल का मंगलवार को कोल्हापुर में उनके आवास पर निधन हो गया। वह 86 बरस के थे और उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां हैं।

Read More: कांग्रेस ने सदन से किया वॉक आउट, सांसद अधीर रंजन चौधरी बोले- ये देश सिर्फ राजनाथ सिंह का नहीं, हम सबका है

कोल्हापुर जिला क्रिकेट संघ के पूर्व पदाधिकारी रमेश कदम ने पीटीआई को बताया, ‘‘उनका (पाटिल का) कोल्हापुर की रुईकर कॉलोनी में अपने आवास पर मंगलवार तड़के सोते हुए निधन हो गया। ’’ भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने पाटिल के निधन पर शोक जताया और उनके क्रिकेट सफर को याद किया जो मुख्य रूप से घरेलू क्रिकेट तक सीमित रहा।

Read More: कुलेश्वर महादेव शासकीय कॉलेज में छात्र-छात्राओं ने किया हंगामा, प्रिंसिपल पर लगाया छात्रा पर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप

बीसीसीआई ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मध्यम गति के गेंदबाज पाटिल ने 1952-53 सत्र में महाराष्ट्र के लिए प्रथम श्रेणी पदार्पण करते हुए तुरंत प्रभाव छोड़ा। मुंबई के खिलाफ खेलते हुए उन्होंने एक ही स्पैल में गेंदबाजी करते हुए घरेलू चैंपियन टीम को 112 रन पर ढेर करने में अहम भूमिका निभाई जबकि इससे पहले महाराष्ट्र की टीम 167 रन पर सिमट गई थी।’’

Read More: आप सांसद संजय सिंह का राहुल गांधी पर करारा प्रहार, कहा- कांग्रेस की नाकामी छिपाने के लिए पेश कर रहे हैं झूठी सफाई

विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘दूसरी पारी में उन्होंने 68 रन देकर तीन विकेट चटकाए जिससे महाराष्ट्र ने 19 रन से जीत दर्ज की। उन्हें पॉली उमरीगर की कप्तानी में 1955 में भारत दौरे पर आई न्यूजीलैंड की टीम के खिलाफ पदार्पण (टेस्ट कैप नंबर 79) करने का मौका मिला।’’ इसके अनुसार, ‘‘नई गेंद से गेंदबाजी करते हुए उन्होंने प्रत्येक पारी में एक-एक विकेट चटकाया जबकि भारत ने पारी और 27 रन की बड़ी जीत दर्ज की। पाटिल ने इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ पश्चिम क्षेत्र की टीम की ओर से खेलते हुए 74 रन पर सात विकेट चटकाकर चयनकर्ताओं को प्रभावित किया।’’

Read More: पूर्व सैनिक पर हमले का मामला, गृहमंत्री ने भाजपा सांसद के खिलाफ दिए जांच के आदेश

पाटिल इसके बाद भारत की ओर से दोबारा नहीं खेले। पाटिल ने हालांकि महाराष्ट्र की ओर से खेलना जारी रखा और लंकाशर लीग में भी खेले जहां उन्होंने दो सत्र (1959 और 1961) में 52 मैचों में 111 विकेट चटकाए। पाटिल ने 1952-1964 के बीच महाराष्ट्र के लिए 36 प्रथम श्रेणी मैचों में 866 रन बनाने के अलावा 83 विकेट चटकाए। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में महाराष्ट्र की कप्तानी भी की।

Read More: चुनाव आयोग के आदेश पर हटाए जाएंगे तीन कमिश्नर, चुनाव ड्यूटी पर तैनात अफसरों के लिए भी जारी किए निर्देश