ईश्वरन और नीतीश ने उछाल भरी पिच पर किया संघर्ष, भारत ए 107 रन पर ढेर

ईश्वरन और नीतीश ने उछाल भरी पिच पर किया संघर्ष, भारत ए 107 रन पर ढेर

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  • Publish Date - October 31, 2024 / 03:29 PM IST,
    Updated On - October 31, 2024 / 03:29 PM IST

मैकाय (ऑस्ट्रेलिया), 31 अक्टूबर (भाषा) ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टीम में चुने गए अभिमन्यु ईश्वरन और नीतीश कुमार रेड्डी को यहां की उछाल भरी पिच पर संघर्ष करना पड़ा जिससे भारत ए की टीम गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ अनधिकृत टेस्ट मैच के पहले दिन अपनी पहली पारी में 107 रन बनाकर आउट हो गई।

ऑस्ट्रेलिया ए के तेज गेंदबाज ब्रेंडन डोगेट ने 11 ओवरों में 15 रन देकर छह विकेट लेकर अपने प्रथम श्रेणी करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। पिच से कितनी उछाल और मूवमेंट मिल रहा था, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि विकेटकीपर जोश फिलिप्स ने पांच कैच लपके।

भारत के केवल तीन बल्लेबाज ही दोहरे अंक में पहुंचे। इनमें देवदत्त पडिक्कल ने सर्वाधिक 36 रन का योगदान दिया।

ऑस्ट्रेलिया ए की टीम ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट पर 99 रन बनाए थे। भारत की तरफ से मुकेश कुमार (30 रन लेकर दो विकेट) और प्रसिद्ध कृष्णा (18 रन दे कर दो विकेट) ने दो-दो विकेट हासिल किए हैं।

भारतीय टीम को अगर इस चार दिवसीय मैच में वापसी करनी है तो पहले उसके गेंदबाजों को ऑस्ट्रेलिया की टीम को कम स्कोर पर रोकना होगा और फिर उसके बल्लेबाजों को दूसरी पारी में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।

इस मैच में सभी की निगाहें ईश्वरन और नीतीश पर टिकी हैं क्योंकि इन दोनों को 22 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली पांच टेस्ट मैच की श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में चुना गया है।

इन दोनों ने हालांकि पहली परीक्षा में निराश किया। ईश्वरन (07) ने जहां जॉर्डन बकिंघम की ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर विकेटकीपर को कैच दिया वहीं नीतीश खाता भी नहीं खोल पाए और डोगेट की उछाल लेती गेंद पर आउट होकर पवेलियन लौटे।

भारत के अन्य बल्लेबाजों की भी यही स्थिति थी। साईं सुदर्शन (21) और नवदीप सैनी (23) भारत की तरफ से दोहरे अंक में पहुंचने वाले अन्य बल्लेबाज थे।

ऑस्ट्रेलिया के लिए भी खबर अच्छी नहीं रही क्योंकि सलामी बल्लेबाज के रूप में राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के तीन दावेदार सैम कोन्स्टास (00), कैमरून बैनक्रॉफ्ट (00) और मार्कस हैरिस (17) अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए।

भाषा पंत

पंत