राष्ट्रीय खेल पुरस्कार पाकर आहलादित हैं विजेता, गुकेश ने सम्मान को बताया ‘खास’

राष्ट्रीय खेल पुरस्कार पाकर आहलादित हैं विजेता, गुकेश ने सम्मान को बताया ‘खास’

  •  
  • Publish Date - January 17, 2025 / 05:46 PM IST,
    Updated On - January 17, 2025 / 05:46 PM IST

नयी दिल्ली, 17 जनवरी (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रीय खेल पुरस्कार पाने वाले देश के धुरंधर खिलाड़ियों की खुशी का ठिकाना नहीं है और शतरंज विश्व चैम्पियन डी गुकेश तथा दो ओलंपिक पदक जीतने वाली निशानेबाज मनु भाकर ने आगे और बुलंदियों को छूने के लिये मेहनत करते रहने का वादा किया ।

गुकेश और भाकर के अलावा भारतीय पुरूष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरालम्पिक स्वर्ण पदक विजेता ऊंची कूद के खिलाड़ी प्रवीण कुमार को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेलरत्न से नवाजा गया ।

गुकेश ने राष्ट्रपति भवन पर पुरस्कार पाने के बाद मीडिया से कहा ,‘‘ यह प्रतिष्ठित सम्मान पाकर मैं बहुत खुश हूं । यह सचमुच खास है क्योंकि विशी आनंद सर के बाद खेलरत्न पाने वाला मैं दूसरा शतरंज खिलाड़ी हूं ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘यह सपना सच होने जैसा पल है । मेरे लिये हालांकि यह सफर का अंत नहीं है । मैं देश के लिये और उपलब्धियां हासिल करना चाहता हूं ।’’

पेरिस ओलंपिक में लगातार दूसरा कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत ने कहा ,‘‘ खेलरत्न मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है । यह मेरे लिये बड़ी उपलब्धि है । मैं बहुत खुश हूं । मेरे जीवन का यह सबसे बड़ा पल है कि मुझे इतना बड़ा पुरस्कार और पहचान मिल रही है ।’’

वहीं पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल और मिश्रित टीम वर्ग में कांस्य जीतने वाली भाकर ने कहा ,‘‘ खेल रत्न देश के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से है और मैं उन लोगों की शुक्रगुजार हूं जिन्होंने इस सफर में मेरा साथ दिया ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ इस पुरस्कार में ही नहीं बल्कि मेरे कैरियर में भी बहुत सारे लोग मेरे साथ थे । हार में भी । मैं उन सभी को धन्यवाद देती हूं ।’’

पेरिस ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पुरूष हॉकी टीम के सदस्य जरमनप्रीत सिंह, अभिषेक और संजय ने अर्जुन पुरस्कार मिलने पर खुशी जताई ।

जरमनप्रीत ने कहा ,‘‘ मैं सरकार का शुक्रगुजार हूं कि मुझे अर्जुन पुरस्कार के लिये चुना । यह पेरिस ओलंपिक पदक के बाद मेरे जीवन का शानदार पल है । उम्मीद है कि आगे भी देश का परचम लहराते रहेंगे ।’’

अभिषेक ने कहा ,‘‘ कोई भी पुरस्कार किसी भी खिलाड़ी को खुशी का मौका देता है और प्रेरणा भी बनता है । हर खिलाड़ी राष्ट्रपति के हाथ से अर्जुन पुरस्कार पाना चाहता है । मुझे गर्व है और मैं आगे भी मेहनत करता रहूंगा ।’’

संजय ने कहा ,‘‘ मैं बहुत खुश हूं कि मेहनत रंग लाई । मैं अब गर्व से कह सकता हूं कि ओलंपिक पदक विजेता और अर्जुन पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ी हूं ।’’

भाषा मोना

मोना