दीपिका ने सफलता का श्रेय टीम की साथी खिलाड़ियों को दिया

दीपिका ने सफलता का श्रेय टीम की साथी खिलाड़ियों को दिया

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  • Publish Date - December 16, 2024 / 03:36 PM IST,
    Updated On - December 16, 2024 / 03:36 PM IST

बेंगलुरू, 16 दिसंबर (भाषा) भारत की महिला जूनियर एशिया कप जीत की सूत्रधार रहीं दीपिका ने सफलता का श्रेय टीम के सामूहिक प्रयास को दिया और कहा कि यह उनकी साथी खिलाड़ियों के समर्थन के बिना संभव नहीं होता।

दीपिका ने टूर्नामेंट का समापन शीर्ष गोल स्कोरर के रूप में किया और उनके नाम 12 गोल रहे जिसमें से पांच गोल पेनल्टी कॉर्नर से आए।

शुरुआती चार मैच में 11 गोल करने वाली दीपिका ने हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मैं बेहद खुश हूं कि मैं इतने गोल करने में सफल रही लेकिन यह मेरी साथियों की मदद के बिना संभव नहीं होता।’’

उन्होंने कहा, ‘‘शिविर में प्रत्येक खिलाड़ी ने बहुत मेहनत की और सभी के प्रयास के बिना हम खिताब नहीं जीत पाते। अग्रिम पंक्ति की अन्य खिलाड़ियों की बदौलत हमने कई पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए और मैं उन्हें गोल में बदलने में सफल रही।’’

टीम के युवा खिलाड़ियों की क्षमता पर दीपिका ने कहा, ‘‘कुछ युवा खिलाड़ियों में अविश्वसनीय क्षमता है और मुझे यकीन है कि वे टीम की सफलता को और आगे बढ़ाएंगे।’’

भारत ने मस्कट में महिला जूनियर एशिया कप हॉकी के फाइनल में पेनल्टी शूट आउट में तीन बार के चैंपियन चीन को 3-2 (1-1) से हराया।

टीम के प्रदर्शन से उत्साहित कप्तान ज्योति सिंह ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि ट्रेनिंग के दौरान टीम की कड़ी मेहनत आखिरकार रंग लाई। हमने पूरे टूर्नामेंट में शायद ही कोई गलती की और मुझे अपनी साथियों पर इतने उच्च स्तर का प्रदर्शन करने पर गर्व है।’’

भारत पूल ए में दूसरे स्थान पर रहा जिसमें चीन, मलेशिया, थाईलैंड और बांग्लादेश भी शामिल थे। टूर्नामेंट में भारत को एकमात्र हार चीन के खिलाफ 1-2 से ग्रुप चरण में मिली।

फाइनल में चीन ने दूसरे क्वार्टर में पेनल्टी स्ट्रोक पर बढ़त बनाई जबकि भारत ने तीसरे क्वार्टर में कनिका सिवाच के गोल से बराबरी हासिल कर ली।

मुकाबला पेनल्टी शूटआउट में गया जिसे भारत 3-2 से जीतकर चैंपियन बना।

गोलकीपर निधि ने लिहांग वैंग, जिंगयी ली और डंडन झुओ के खिलाफ शूटआउट में तीन प्रयास बचाकर सूर्खियां बटोरीं।

ज्योति ने कहा, ‘‘फाइनल में चीन का सामना करना एक चुनौती थी लेकिन हमने मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और ट्रॉफी जीतकर लाए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘दीपिका ने शानदार प्रदर्शन किया। कनिका सिवाच, सुनीता टोप्पो और मुमताज खान ने भी आक्रमण में अच्छा प्रदर्शन किया और दीपिका को गोल करने में सहायता की। ’’

भाषा सुधीर मोना

मोना