क्रिकेट बोर्ड ने लिया बड़ा फैसला, दिग्गज बल्लेबाज कर सकते हैं कप्तानी…

क्रिकेट बोर्ड ने लिया बड़ा फैसला, डेविड वॉर्नर दोबारा कर सकते हैं कप्तानी : Cricket Board took a big decision, David Warner can captain again

  •  
  • Publish Date - November 21, 2022 / 01:10 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:48 PM IST

सिडनी । क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने सोमवार को अपनी आचार संहिता में बदलाव के पक्ष में मतदान किया जिसके बाद सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर के राष्ट्रीय टीम की कप्तानी करने पर लगा आजीवन प्रतिबंध हट सकता है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने एक बयान में कहा कि आजीवन प्रतिबंध का सामना कर रहे खिलाड़ी या अधिकारी अब उन प्रतिबंधों की समीक्षा करने में सक्षम होंगे यदि वे पश्चाताप और अच्छे व्यवहार के सबूत दिखाते हैं। वार्नर को दक्षिण अफ्रीका में 2018 में गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण में उनकी भूमिका के लिए राष्ट्रीय टीम की कप्तानी से आजीवन प्रतिबंधित किया गया था। सोमवार को घोषित नई व्यवस्था के तहत उन्हें अपने प्रतिबंध की समीक्षा के लिए तीन आचार संहिता आयुक्तों के एक पैनल के समक्ष लगभग तुरंत आवेदन करने की अनुमति मिल सकती है।

यह भी पढ़े :  Pension Scheme : सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ा तोहफा! लागू हुई पुरानी पेंशन योजना, कैबिनेट बैठक में लगी मुहर

संशोधन के बाद अब आचार संहिता के अनुसार खिलाड़ी और खिलाड़ी सहयोगी स्टाफ अगर वास्तविक सुधार या रिहैबिलिटेशन में सक्षम हैं तो खिलाड़ी या खिलाड़ी सहयोगी स्टाफ को विशिष्ट परिस्थितियों में अपने पूर्व के निर्धारित पद या जिम्मेदारियों को फिर से शुरू करने का अवसर प्रदान किया जा सकता है। यह परिवर्तन वार्नर को ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व करने की अनुमति दे सकता है अगर संभावनाओं के मुताबिक वर्तमान टी20 कप्तान आरोन फिंच निकट भविष्य में पद छोड़ देते हैं। जनवरी में होने वाले बिग बैश की सिडनी थंडर फ्रेंचाइजी भी वार्नर को कप्तान बनाने पर विचार कर रही है।

यह भी पढ़े :  Delhi में ठंड ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, बेवजह घर से निकलना पड़ सकता है भारी… 

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने एक बयान में कहा, ‘‘बदलावों के तहत खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ अब दीर्घकालीन प्रतिबंधों को संशोधित करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।’’ इसके अनुसार, ‘‘किसी भी आवेदन पर तीन सदस्यीय समीक्षा पैनल द्वारा विचार किया जाएगा जिसमें स्वतंत्र आचार संहिता आयुक्त शामिल हैं, जिन्हें इस बात से संतुष्ट होना चाहिए कि सजा में संशोधन के लिए असाधारण परिस्थितियां मौजूद हैं।’’