एमसीजी में कोंस्टास की साहसिक पारी के उनकी पहचान बनने की संभावना नहीं: कैरी

एमसीजी में कोंस्टास की साहसिक पारी के उनकी पहचान बनने की संभावना नहीं: कैरी

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  • Publish Date - January 1, 2025 / 02:04 PM IST,
    Updated On - January 1, 2025 / 02:04 PM IST

सिडनी, एक जनवरी (भाषा) ऑस्ट्रेलिया केे विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी ने बुधवार को कहा कि युवा सलामी बल्लेबाज सैम कोंस्टास ने भारत के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट में जिस तरह से साहसिक अर्धशतक जड़ा उससे वह मंत्रमुग्ध थे, लेकिन उन्हें लगता है कि यह पारी भविष्य के मैचों के लिए उनकी पहचान नहीं बनेगी।

कोंस्टास ने 26 दिसंबर को एमसीजी में लगभग खचाखच भरे स्टेडियम में अपनी टेस्ट करियर का आगाज करते हुए 65 गेंद पर 60 रन की आकर्षक पारी खेली और इस दौरान भारत के मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत गुमरा को निशाने पर रखा।

कैरी ने शुक्रवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में भारत के खिलाफ शुरू होने वाले पांचवें टेस्ट से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं उस पहले सत्र में एक दर्शक था। शायद मेरे मन में वहां मौजूद 90,000 (दर्शकों) की भावनाएं थीं। कई बार मैं इसे नहीं देख सका, कई बार मैंने तालियां बजाई।’’

कोंस्टास को पहले तीन मैच में असफल रहने वाले नाथन मैकस्वीनी की जगह टीम में लिया गया और उन्होंने आते ही ऑस्ट्रेलिया के आक्रामक दृष्टिकोण को अपनाया लेकिन कैरी ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि यह 19 वर्षीय सलामी बल्लेबाज हर मैच में इतना आक्रामक प्रदर्शन करेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘वह जो ऊर्जा लेकर आए, वह कुछ अलग थी। शायद इतने अंतर की उम्मीद नहीं थी, लेकिन उन्होंने क्रिकेट की एक ऐसी शैली को अपनाया जो शायद भारत के लिए भी नई थी। ’’

कैरी ने कहा, ‘‘हम इंतजार करेंगे और देखेंगे कि वह यहां (एससीजी) कैसे खेलते हैं। मुझे नहीं लगता कि यह हर टेस्ट मैच के लिए उनकी पहचान बन जाएगी। लेकिन शुरू में कुछ आक्रामकता अपनाना अच्छा है जिसकी हमें कमी खल रही थी।’’

उन्होंने कहा कि पहले तीन टेस्ट मैचों में मैकस्वीनी और उस्मान ख्वाजा की सलामी जोड़ी ने मुश्किल परिस्थितियों में अच्छा काम किया।

कैरी ने कहा, ‘‘नाथन और उस्मान ने बहुत सारी गेंदों का सामना करके हमें मुश्किल परिस्थितियों से भी बाहर निकाला। सैम थोड़ा स्कोर करने में सफल रहा और उम्मीद है कि वह यहां भी अच्छा प्रदर्शन करेगा।’’

भाषा पंत

पंत