पटना, 12 दिसंबर (भाषा) बिहार सरकार ने यहां मोइन-उल-हक स्टेडियम को राज्य क्रिकेट संघ को हस्तांतरित कर दिया है जिससे इसे 400 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 40,000 सीटों की क्षमता वाला एक बहु खेल परिसर और एक अंतरराष्ट्रीय स्थल बनाने का रास्ता साफ हो गया।
एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि पुनर्निर्मित स्टेडियम में 76 कॉरपोरेट बॉक्स और 250 वीआईपी के लिए आवास होंगे और खेल परिसर में एक बैडमिंटन कोर्ट, वॉलीबॉल कोर्ट, स्विमिंग पूल, पांच सितारा होटल, पूरी तरह सुसज्जित खिलाड़ियों का छात्रावास, रेस्तरां, एक क्लब हाउस और अन्य आधुनिक सुविधाएं होंगी।
निर्माण कार्य अगले साल की शुरुआत में शुरू होने की उम्मीद है जिसे 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
मंगलवार को दस्तावेजों पर हस्ताक्षर के बाद एक प्रेस विज्ञप्ति में बीसीए (बिहार क्रिकेट एसोसिएशन) अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने कहा, ‘‘बिहार सरकार ने अपनी जिम्मेदारी पूरी कर दी है। अब बीसीए को अपना काम शुरू करना है। बीसीए निर्माण कार्य में तेजी लाएगा और दो-तीन साल के भीतर बिहार के लोगों को एक विश्व स्तरीय स्टेडियम देगा जहां वे अंतरराष्ट्रीय मैचों का आनंद ले सकेंगे।’’
समझौते के तहत राज्य सरकार ने लगभग 37 करोड़ रुपये की भूमि रजिस्ट्री फीस माफ कर दी है।
भाषा सुधीर पंत
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