नयी दिल्ली, 26 फरवरी (भाषा) ओलंपिक पदक जीतने वाले भारत के पहले और एकमात्र पुरुष मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के जल्द से जल्द नए सिरे से चुनाव कराने की अपील करते हुए कहा कि अगर मौका मिला तो वह चुनाव लड़ने में संकोच नहीं करेंगे।
बीजिंग ओलंपिक 2008 के कांस्य पदक विजेता 39 वर्षीय विजेंदर अभी पेशेवर सर्किट में खेल रहे हैं हालांकि उन्होंने 2022 के बाद से कोई मुकाबला नहीं लड़ा है।
विजेंदर ने पीटीआई से कहा, ‘‘जब भी चुनाव हों, मैं उनमें खड़ा होना चाहूंगा। मैंने पूरी जिंदगी संघर्ष किया है, यह मेरे लिए एक और लड़ाई होगी। मुझे नहीं पता कि मुझे समर्थन मिलेगा या नहीं, लेकिन मैं चुनाव लड़ने से नहीं डरता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर मुझे बदलाव करने का मौका मिलता है तो मैं अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं एक खिलाड़ी के रूप में संन्यास लेने जा रहा हूं। ऐसा मैं कभी नहीं करूंगा। ’’
इससे पहले इस स्टार मुक्केबाज ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा कि भारतीय मुक्केबाजों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए यह जरूरी है कि वे विदेश में अभ्यास करें।
विजेंदर ने प्रधानमंत्री कार्यालय और खेल मंत्री मनसुख मांडविया को टैग करते हुए लिखा, ‘‘ इसके लिए, हमें एक मजबूत महासंघ बनाने के लिए जल्द से जल्द नए और निष्पक्ष चुनाव कराने की जरूरत है। अगर सरकार हमें कोई जिम्मेदारी देती है तो मुझे अपने अनुभव से योगदान करने में खुशी होगी।’’
उनकी यह टिप्पणी भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) द्वारा बीएफआई के चुनावों में देरी का हवाला देते हुए महासंघ के कामकाज तदर्थ समिति को सौंपने के कुछ दिनों बाद आई है।
अजय सिंह के नेतृत्व वाले बीएफआई ने फैसले को दिल्ली उच्च न्यायालय में चुनौती देने का वादा किया है और आईओए के आदेश को अवैध बताया है। बीएफआई पदाधिकारियों का कार्यकाल तीन फरवरी को समाप्त हो गया था।
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पंत मोना
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