नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (भाषा) भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने सचिव और कोषाध्यक्ष के पदों के लिए चुनाव कराने के लिए पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति को निर्वाचन अधिकारी नियुक्त करने के लिए शुक्रवार को अपनी शीर्ष परिषद की आपात बैठक बुलाई है।
हाल में जय शाह (सचिव) और आशीष शेलार (कोषाध्यक्ष) के हटने से दोनों पद खाली हो गये थे। शाह ने एक दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) अध्यक्ष का पदभार संभाला जबकि शेलार ने महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
निर्वाचित पदाधिकारी के इस्तीफा देने के बाद से बोर्ड के पास विशेष आम बैठक बुलाने और उनके उत्तराधिकारी का चयन करने के लिए 45 दिन का समय होता है।
बीसीसीआई को संविधान के अनुसार चुनाव से कम से कम चार हफ्ते पहले निर्वाचन अधिकारी नियुक्त करना होता है।
पीटीआई के पास मौजूद बोर्ड के आधिकारिक दस्तावेज में कहा गया है, ‘‘मानद सचिव और मानद कोषाध्यक्ष के पद खाली हो गए हैं इसलिए चुनाव के जरिए बचे हुए समय के लिए इन पदों को भरा जाना जरूरी है। ’’
इसमें कहा गया है, ‘‘इस संबंध में शीर्ष परिषद से अनुरोध है कि वह भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति को विशेष आम बैठक में बीसीसीआई चुनाव कराने के लिए चुनाव अधिकारी के रूप में नियुक्त करने को मंजूरी दे। ’’
ज्योति (71 वर्ष) 1975 बैच के गुजरात कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने जुलाई 2017 से जनवरी 2018 तक भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में कार्य किया।
इस समय असम के देवजीत सैकिया बोर्ड के अंतरिम सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं जबकि कोषाध्यक्ष का पद खाली पड़ा है।
इस साल बीसीसीआई के खाते में अच्छा खासा इजाफा हुआ है जिसमें करीब 4200 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई जिससे कमाई बढ़कर 20,686 करोड़ रुपये हो गई है।
बीसीसीआई के राजस्व का एक बड़ा हिस्सा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मीडिया अधिकारों और द्विपक्षीय क्रिकेट अधिकारों से आता है।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट बाजार है इसलिए इस ताकतवर बोर्ड को आईसीसी के राजस्व का एक बड़ा हिस्सा भी मिलता है।
आईपीएल मीडिया अधिकार जून 2022 में पांच साल के लिए 48,390 करोड़ रुपये में बेचे गए थे। पीटीआई के पास मौजूद बीसीसीआई के एक दस्तावेज में कहा गया है, ‘‘बीसीसीआई का खाता वित्त वर्ष 2023 में 16,493 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 20,686 करोड़ रुपये हो गया है। यह लगभग 4,200 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी है। ’’
बोर्ड को वित्त वर्ष 23-24 में 7,476 करोड़ रुपये कमाने का अनुमान था लेकिन वास्तविक आय 8,995 करोड़ रुपये हुई। आम फंड भी 6,365 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,988 करोड़ हो गया।
वित्त वर्ष 24-25 में बीसीसीआई को 10,054 करोड़ रुपये कमाने की उम्मीद है जबकि खर्चे का कुल बजट 2,348 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है।
बीसीसीआई की 38 राज्य इकाईयां बोर्ड के वार्षिक अनुदान पर निर्भर हैं और दस्तावेज के अनुसार संघों को मिलने वाले बजट की राशि 499 करोड़ रुपये है।
भाषा नमिता पंत
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