मार्केज का समर्थन करते हुए गुरप्रीत ने कहा, एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करना भारत का ‘न्यूनतम लक्ष्य’

मार्केज का समर्थन करते हुए गुरप्रीत ने कहा, एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करना भारत का ‘न्यूनतम लक्ष्य’

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  • Publish Date - November 13, 2024 / 05:37 PM IST,
    Updated On - November 13, 2024 / 05:37 PM IST

हैदराबाद, 13 नवंबर (भाषा) भारतीय फुटबॉल टीम मुख्य कोच मनोलो मार्केज के लगभग चार महीने के कार्यकाल के बाद भी अपनी पहली जीत की तलाश में है लेकिन गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने बुधवार को उनका समर्थन करते हुए कहा कि टीम का ‘न्यूनतम लक्ष्य’ अगले एएफसी एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करना है।

भारतीय टीम पिछले साल 16 नवंबर को विश्व कप क्वालीफायर में कुवैत को 1-0 से हराने के बाद जीत का स्वाद चखने में विफल रही है। टीम को इसके बाद 11 में से सात मैचों में हार का सामना करना पड़ा है जिससे उसकी रैंकिंग शीर्ष 100 के अंदर (जुलाई 2023) से फिसल कर 125वें पायदान पर पहुंच गयी।

गुरप्रीत ने यहां 18 नवंबर को मलेशिया के खिलाफ खेले जाने वाले मैत्री मैच से पहले कहा, ‘‘ जो बीत गयी, वो बात गयी। हम उसमें कुछ बदलाव नहीं कर सकते है। एक टीम के तौर पर हम हमेशा जीतना चाहते है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ खेल में इस तरह के समय आते रहते है। हमने ऐसा भी समय देखा है जब हम लगातार जीत रहे थे, हार नहीं रहे थे।’’

इस गोलकीपर ने कहा, ‘‘ यह इस बारे में है कि आप इस स्थिति का सामना कैसे करते है और इससे परेशान नहीं होते है। हम भाग्यशाली हैं कि हमें बार-बार अच्छा प्रदर्शन करने का मौका मिल रहा है। हमें मजबूत प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ मैच में लगातार सुधार करने की जरूरत है।’’

भारत के इस अनुभवी खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ वियतनाम के खिलाफ ड्रॉ (1-1) मुकाबले में हमारी अच्छी परीक्षा हुई थी। हमें उसी समझ और ऊर्जा को अगले मैच में ले जाने की जरूरत है।’’

एशियाई कप 2023 में लचर प्रदर्शन के बाद पिछले मुख्य कोच इगोर स्टिमक को इस साल जुलाई बर्खास्त कर मार्केज को टीम की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। वह आईएसएल फ्रेंचाइजी एफसी गोवा का प्रबंधन भी कर रहे हैं।

मार्केज की देखरेख में भारत ने मॉरीशस और वियतनाम के साथ ड्रॉ खेला और सीरिया से 0-3 से हार का सामना करना पड़ा।

इस दौरान टीम को महान खिलाड़ी सुनील छेत्री के संन्यास लेने से बदलाव के दौर से गुजरना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह का परिवर्तन हमेशा कठिन होता है। अगर हम तुरंत मैच जीतना शुरू कर दें तो सब कुछ सही लगेगा। इस बात पर भी हालांकि ध्यान देना चाहिये कि उनके (मार्केज) के पदभार संभालने के बाद से हमने बहुत प्रतिस्पर्धी टीमों के साथ खेला है। टीम को कोच की सोच के मुताबिक ढलने में थोड़ा समय लगेगा। ’’

गुरप्रीत ने कहा, ‘‘ एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करना एक ऐसी चीज है जिसके लिए हमें हर बार प्रयास करना चाहिए। यह हमारा न्यूनतम लक्ष्य होना चाहिए। एक टीम के रूप में हमारे लिए यह कोई भी काम आसान नहीं होगा।’’

भाषा आनन्द मोना

मोना