नयी दिल्ली, 28 अक्टूबर (भाषा) अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ (सैफ) को पत्र लिखने का निर्णय लिया है जिसमें नेपाल के काठमांडू में भारत के खिलाफ सैफ महिला चैंपियनशिप सेमीफाइनल के दौरान रैफरी के निर्णय के विरोध में एक घंटे से अधिक समय तक खेल रोके रखने के बारे में बताया जाएगा।
भारत ने 62वें मिनट में बढ़त बना ली लेकिन कुछ मिनट बाद दशरथ स्टेडियम में अराजकता फैल गई। नेपाल ने गोल किया लेकिन रैफरी ने गोल को नकार दिया। इसके बाद मैच 70 मिनट से अधिक समय तक रुका रहा क्योंकि नेपाल ने रैफरी के फैसले का विरोध करते हुए खेल जारी रखने से इनकार कर दिया।
भूटान के रेफरी ओम चोकी ने धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा की और मैच अधिकारियों और नेपाल की टीम के बीच काफी चर्चा के बाद मैच फिर से शुरू हुआ।
लंबे इंतजार और भ्रम की स्थिति का भारतीय टीम की लय और एकाग्रता पर असर पड़ा। मैच फिर से शुरू होने के कुछ सेकेंड बाद नेपाल ने सबित्रा भंडारी के गोल से बराबरी हासिल कर लीग और मैच पेनल्टी शूट आउट में खिंचा।
पेनल्टी शूट आउट में भारत 2-4 से हार गया और टूर्नामेंट से बाहर हो गया।
एआईएफएफ ने एक बयान में कहा, ‘‘अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने रविवार 27 अक्टूबर 2024 को नेपाल के काठमांडू में सैफ महिला चैंपियनशिप 2024 सेमीफाइनल के दौरान हुई घटनाओं पर ध्यान दिया है।’’
बयान के अनुसार, ‘‘एआईएफएफ इन घटनाओं के संबंध में सैफ को पत्र लिखेगा और उचित मंच पर इस मुद्दे को उठाएगा। भारत की अंडर-19 महिला टीम को हाल ही में सैफ टूर्नामेंट में लगभग इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा था और एआईएफएफ का मानना है कि इस तरह की चीजें क्षेत्र में फुटबॉल के विकास के लिए अच्छी नहीं हैं।’’
भाषा सुधीर नमिता
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