एएफआई इस साल से कोच पंजीकरण अनिवार्य करेगा, डोपिंग से निपटने के लिए 'ठिकानों' का पता लगाएगा |

एएफआई इस साल से कोच पंजीकरण अनिवार्य करेगा, डोपिंग से निपटने के लिए ‘ठिकानों’ का पता लगाएगा

एएफआई इस साल से कोच पंजीकरण अनिवार्य करेगा, डोपिंग से निपटने के लिए 'ठिकानों' का पता लगाएगा

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Modified Date: January 12, 2025 / 08:56 PM IST
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Published Date: January 12, 2025 8:56 pm IST

नयी दिल्ली, 12 जनवरी (भाषा) भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) देश के सभी कोचों के लिए इस सत्र से अपने पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य करेगा।

अगर कोच एएफआई के अंतर्गत प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देना जारी रखना चाहते हैं तो उनके लिए पंजीकरण कराना जरूरी होगा।

यह डोपिंग रोधी इकाई के गठन के इतर होगा। डोपिंग रोधी इकाई संदिग्ध कोच की पहचान करेगी जो अपने शिष्यों के डोपिंग में शामिल हैं। एएफआई इस खतरे से निपटने के लिए एक उच्चस्तरीय समिति की सिफारिश पर ट्रेनिंग केंद्र की एक सूची तैयार करेगा जो डोपिंग करने के ठिकाने के तौर पर काम करते हैं।

एएफआई इस जानकारी को राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (एनएडीए) और विश्व एथलेटिक्स द्वारा स्थापित एथलेटिक्स इंटीग्रिटी इकाई (एआईयू) के साथ साझा करेगा।

भारतीय ट्रैक और फील्ड खिलाड़ियों में बढ़ते डोपिंग मामलों से चिंतित एएफआई ने चंडीगढ़ में अपनी हाल में हुई वार्षिक आम सभा (एजीएम) में सभी कोचों के लिए पंजीकरण कराना अनिवार्य कर दिया है, वर्ना उन्हें काली सूची में डाल दिया जाएगा।

एएफआई के एक शीर्ष अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘‘हम इस साल से इसे अनिवार्य कर देंगे। चाहे वे ‘योग्य हों या अयोग्य’, कोच को एएफआई पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा जैसे एथलीट करते हैं। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें हमारे टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए अपने खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने की अनुमति नहीं दी जाएगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कोच का पंजीकरण समिति की सिफारिशों में से एक था और हमने इसे पहले ही शुरू कर दिया था। लेकिन इस साल से इसे अनिवार्य कर दिया जाएगा और राज्य इकाइयों को इस कार्य में शामिल होना होगा। ’’

एएफआई ने डोपिंग मुद्दे पर विचार करने के लिए दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ आयुक्त सागरप्रीत हुड्डा की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति गठित की थी और इसकी सिफारिशें प्रकाशित हो चुकी हैं।

पता चला है कि एएफआई ने पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी थी लेकिन बड़ी संख्या में कोच पंजीकरण कराने में अनिच्छुक थे। करीब 700 से 800 कोच पंजीकृत हुए जबकि एएफआई को इससे 10 गुना अधिक संख्या की उम्मीद थी।

भाषा नमिता आनन्द

आनन्द

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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