‘नशे में एक खिलाड़ी ने मुझे 15वीं मंजिल से लटकाया, मुश्किल से जान बची’, चहल का खुलासा

स्पिनर युजवेंद्र चहल ने अपने जीवन से जुड़ा बड़ा खुलासा किया है। चहल ने कहा कि 9 साल पहले आईपीएल मैच के बाद एक खिलाड़ी ने नशे की हालत में उन्हें 15वीं मंजिल की बालकनी से लटका दिया था।

  •  
  • Publish Date - April 8, 2022 / 01:47 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:38 PM IST

Yuzvendra Chahal, IPL 2022: नई दिल्ली। स्पिनर युजवेंद्र चहल ने अपने जीवन से जुड़ा बड़ा खुलासा किया है। चहल ने कहा कि 9 साल पहले आईपीएल मैच के बाद एक खिलाड़ी ने नशे की हालत में उन्हें 15वीं मंजिल की बालकनी से लटका दिया था। जरा भी गलती होती तो नीचे गिर जाता। युजवेंद्र चहल पिछले आईपीएल सीजन तक रॉयल टीम के लिए खेलते नजर आए थे। इस बार मेगा ऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स ने 6.50 करोड़ रुपए की बोली लगाकर खरीद लिया।

पढ़ें- किराना दुकान का दिखने लगा अश्लील विज्ञापन, ‘डिजिटल’ विज्ञापन बोर्ड हैक.. फोन कॉल से शख्स परेशान

31 साल के चहल IPL 2022 सीजन में राजस्थान रॉयल्स (RR) के लिए खेल रहे हैं। उन्होंने ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन से बात करते हुए यह खुलासा किया है। इसका वीडियो खुद राजस्थान फ्रेंचाइजी ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया है। चहल और अश्विन के साथ करुण नायर भी नजर आए।

पढ़ें- एसी में शार्ट सर्किट से लगी फ्लैट में आग.. एक ही परिवार के चार लोगों की मौत

युजवेंद्र चहल ने कहा- मेरी जो स्टोरी है, वह कुछ लोगों को ही पता है। मैंने आज तक किसी से कही भी नहीं है। 2013 की बात है, जब मैं मुंबई इंडियंस में ही था और हमारा मैच भी बेंगलुरु में ही था। मैच के बाद गेट टुगेदर था। एक प्लेयर थे, जो काफी नशे में थे। मैं नाम नहीं लूंगा उनका। वे मुझे काफी देर से देख रहे थे। उन्होंने मुझे बुलाया और उठाकर बालकनी से लटका दिया। मैंने अपने हाथ से उनका सिर पकड़ रखा था। यदि मेरे हाथ छूट जाते तो मैं 15वीं मंजिल से नीचे गिर जाता।

पढ़ें- काली कमाई का कुबेर निकला सहायक अभियंता, घर से मिले 2 करोड़ कैश.. 20 सोने के बिस्कुट

‘मुझे लगा कि मैं मरते-मरते बच गया’

चहल ने कहा- तभी वहां पर मौजूद लोग आए और उन्होंने चीजें संभाल लीं। मेरी हालत बेहोशी जैसी हो गई थी। लोगों ने मुझे पानी पिलाया। तब मुझे पता चला कि यदि आप कहीं जाते हैं, तो कितना जिम्मेदार और समझदार होना चाहिए। यह मेरे जीवन का एक पार्ट था, जहां मुझे लगा कि मैं जाते-जाते (मरते-मरते) वापस आ गया। यदि वहां थोड़ी भी गलती हो जाती, तो मैं गिर जाता।

पढ़ें- आसाराम के इस आश्रम में खड़ी कार से मिला 13 साल की बच्ची का शव, 4 दिनों से थी लापता