कोलंबो: गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन के बाद कप्तान के रूप में पहले ही मैच में शिखर धवन और पदार्पण कर रहे इशान किशन के अर्धशतक से भारत ने पहले एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रविवार को यहां श्रीलंका को सात विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बनाई।धवन ने 95 गेंद में छह चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 86 रन की पारी खेलने के अलावा पृथ्वी साव (43) के साथ पहले विकेट की 58, इशान (59) के साथ दूसरे विकेट की 85 और मनीष पांडे (26) के साथ तीसरे विकेट के लिए 72 रन की साझेदारी करके आर प्रेमदासा स्टेडियम में भारत को आसान जीत दिला दी। भारत ने 263 रन के लक्ष्य को 36.4 ओवर में तीन विकेट पर 263 रन बनाकर हासिल किया। धवन इस पारी के दौरान एक दिवसीय क्रिकेट में छह हजार रन पूरे करने वाले 10वें भारतीय बल्लेबाज भी बने।
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1st ODI #SLvsIND: India win by 7 wickets against Sri Lanka at R Premadasa Stadium, Colombo.
— ANI (@ANI) July 18, 2021
दीपक चाहर (37 रन देकर दो विकेट), कुलदीप यादव (48 रन पर दो विकेट) और युजवेंद्र चहल (52 रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने श्रीलंका की टीम नौ विकेट पर 262 रन ही बना सकी। कृणाल पंड्या ने किफायती गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में सिर्फ 26 रन देकर एक विकेट चटकाया। भारत की सटीक गेंदबाजी के सामने श्रीलंका ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और पहले छह बल्लेबाजों के दोहरे अंक में पहुंचने के बावजूद कोई अर्धशतक नहीं बना। आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे चमिका करूणारत्ने नाबाद 43 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि कप्तान दासुन शनाका (39), चरथ असालांका (38) और अविष्का फर्नांडो (32) ने भी उपयोगी पारियां खेली।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत को पृथ्वी ने तूफानी शुरुआत दिलाई। पृथ्वी ने दुष्मंता चमीरा के पहले ओवर में लगातार दो चौकों से खाता खोलने के बाद इसुरू उदाना पर भी दो चौके मारे। धवन ने भी चमीरा पर चौके से खाता खोला जबकि पृथ्वी ने चौथे ओवर में उदाना पर लगातार तीन चौके जड़े। भारत ने पांच ओवर में बिना विकेट खोए 57 रन बनाए जो एक दिवसीय क्रिकेट में इतने ओवरों के बाद उसका सर्वाधिक स्कोर है। इससे पहले 2020 में भारत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में बिना विकेट खोए 53 रन बनाए थे। पृथ्वी हालांकि छठे ओवर में धनंजय डिसिल्वा की गेंद पर लांग आन पर फर्नांडो को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद का सामना करते हुए नौ चौके मारे।
इशान ने एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की अपनी पहली दो गेंदों पर छक्का और चौका जड़ा और फिर डिसिल्वा के अगले ओवर में लगातार तीन चौके मारे। भारत ने पावर प्ले में एक विकेट पर 91 रन बनाए। इशान ने 13वें ओवर में चरिथ असालांका पर चौके के साथ टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। वह हालांकि इसी ओवर में भाग्यशाली रहे जब इस स्पिनर की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की और गेंद लांग आन बाउंड्री पर खड़े चमीरा के हाथों से टकराकर छह रन के लिए चली गई। इशान ने असालांका की गेंद पर लगातार दो चौकों के साथ सिर्फ 33 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। वह हालांकि लक्षण संदाकन की गेंद पर विकेटकीपर मिनोद भानुका को कैच देकर पवेलियन लौटे। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने 42 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके और दो छक्के मारे। वानिंदु हसारंगा के अगले ओवर में धवन को मैदानी अंपायर कुमार धर्मसेना ने पगबाधा आउट दिया लेकिन डीआरएस लेने पर उन्हें अपना फैसला बदलना पड़ा।
धवन ने करूणारत्ने पर लगातार दो चौके और हसारंगा की गेंद पर एक रन के साथ कप्तान के रूप में अपने पहले ही मैच में 61 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। पांडे ने भी संदाकन की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका जड़कर तेवर दिखाए। भारत के रनों का दोहरा शतक 28वें ओवर में पूरा हुआ। भारत को अंतिम 20 ओवर में जीत के लिए 53 रन की दरकार थी। डिसिल्वा ने पांडे को शनाका के हाथों कैच कराया लेकिन धवन ने सूर्यकुमार यादव (20 गेंद में नाबाद 31) के साथ मिलकर भारत को लक्ष्य तक पहुंचा दिया।
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इससे पहले श्रीलंका को फर्नांडो और मिनोद भानुका (27) ने पहले विकेट के लिए 9.1 ओवर में 49 रन जोड़कर प्रभावी शुरुआत दिलाई। इससे पहले धवन ने 10वें ओवर में पहली बार स्पिन आजमाने का फैसला किया और चहल ने पहली ही गेंद पर फर्नांडो को एक्सट्रा कवर पर मनीष पांडे के हाथों कैच करा दिया। भानुका राजपक्षे (24) ने चहल के इसी ओवर में छक्के से खाता खोला। उन्होंने चहल के अगले ओवर में एक और छक्का जड़ा लेकिन 17वें ओवर में कुलदीप की गेंद पर धवन ने मिड आन पर पीछे की ओर दौड़ते हुए उनका कैच शानदार पकड़ा। कुलदीप के इसी ओवर में मिनोद भी स्लिप में पृथ्वी को आसान कैच दे बैठे। उन्होंने 44 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके मारे।
इस बीच कृणाल ने अपनी स्पिन से दबाव बनाया और इसका फायदा उन्हें अनुभवी बल्लेबाज धनंजय डिसिल्वा के विकेट के रूप पर मिला जो भुवनेश्वर को कैच दे बैठे। उन्होंने 14 रन बनाए। भारतीय गेंदबाजों ने बीच के ओवरों में रन गति को नियंत्रण में रखा। शनाका ने 31वें ओवर में भुवनेश्वर पर चौके के साथ 59 गेंद के बाउंड्री के सूखे को खत्म किया। चरिथ असालांका और शनाका ने 35वें ओवर में टीम के 150 रन पूरे किए। असालांका चाहर की गेंद पर इशान को कैच दे बैठे। उन्होंने 65 गेंद में एक चौके की मदद से 38 रन बनाए। चाहर ने इसके बाद वानिंदु हसारंगा (08) को भी धवन के हाथों कैच कराके श्रीलंका को छठा झटका दिया। श्रीलंका के 200 रन 43वें ओवर में पूरे हुए लेकिन चहल के अगले ओवर में बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में शनाका ने लांग आन पर हार्दिक को आसान कैच थमा दिया।
हार्दिक ने इसके बाद इसुरू उदाना (08) को पवेलियन भेजा। दुष्मंता चमीरा (13) ने 49वें ओवर में हार्दिक की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जड़ा जबकि करूणारत्ने ने अंतिम ओवर में भुवनेश्वर पर दो छक्के और एक चौके के साथ टीम का स्कोर 250 रन के पार पहुंचाया। श्रीलंका ने अंतिम 10 ओवर में 76 रन जोड़े।