भोपाल, 30 अगस्त (भाषा) मध्यप्रदेश भाजपा ने शुक्रवार को कांग्रेस पर कटनी की घटना को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया और कोलकाता में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार एवं हत्या मामले पर विपक्षी पार्टी की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाया।
मध्यप्रदेश के कटनी की घटना में एक महिला और उसके पोते को सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के जवानों ने पीटा था।
सरकार ने बृहस्पतिवार को कटनी जिले में हुई मारपीट की घटना के सिलसिले में एक थाना प्रभारी सहित छह जीआरपी कर्मियों को निलंबित कर दिया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामला सामने आया।
मोहन यादव के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेताओं ने बृहस्पतिवार को कटनी के एक पुलिस थाने के अंदर धरना दिया और आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।
सोशल मीडिया पर वीडियो साझा करते हुए विपक्षी कांग्रेस ने दावा किया कि पीड़ित दलित समुदाय से हैं।
कांग्रेस की आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा ने कहा, ‘जैसे ही मेरे संसदीय क्षेत्र कटनी का 10-11 महीने पुराना वीडियो मेरे और मुख्यमंत्री मोहन यादव के संज्ञान में आया, सरकार ने कार्रवाई करते हुए छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। सरकार हमेशा ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई करती है।’
उन्होंने कहा कि पुलिस को किसी दुर्दांत अपराधी के परिवार के सदस्यों को भी दंडित करने का कोई अधिकार नहीं है। इसलिए सभी को निलंबित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘लेकिन दुर्भाग्य से टीकमगढ़ में, जहां आरोपी सलीम खान और लालू खान ने एक आदिवासी पीड़िता (महिला) के साथ अन्याय किया, कांग्रेस नेतृत्व ने इस पर जानबूझकर चुप्पी साध रखी है। वे ऐसी बातें सुन भी नहीं सकते। इसी तरह, मैं (मध् प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) जीतू पटवारी से पूछना चाहता हूं कि छतरपुर में एक पुलिस थाने पर पूर्व नियोजित तरीके से हमला होने पर उन्होंने चुप्पी क्यों साधी हुई है।’
शर्मा ने कांग्रेस पर अपराधियों के पीछे खड़े होने का आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ समेत पार्टी के नेताओं ने छतरपुर की घटना के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।
उन्होंने कहा, ‘ऐसा इसलिए है क्योंकि वे चौबीसों घंटे तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं।’
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कोलकाता बलात्कार और हत्या मामले पर कांग्रेस नेताओं की चुप्पी पर भी सवाल उठाया।
उन्होंने कहा, ‘एक तरफ, कोलकाता की घटना से पूरा देश दुखी है और विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, वहीं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा समेत कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को दर्द महसूस नहीं हुआ, क्योंकि यह पश्चिम बंगाल में हुआ…यह उनकी तुष्टिकरण की नीति है।’
भाषा दिमो रंजन
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