Sad shayari in Hindi: भावनाएँ वे धागे हैं जो मानव अस्तित्व के ताने-बाने को बुनते हैं, और भावनाओं के कई रंगों के बीच, उदासी एक शक्तिशाली और विचारोत्तेजक रंग है। दुखद शायरी, उदासी और दिल के दर्द की एक काव्यात्मक अभिव्यक्ति, सबसे गहरे दुखों को व्यक्त करने का एक गहरा और शानदार तरीका प्रदान करती है। इस लेख में, हम सैड शायरी की दुनिया में गहराई से उतरते हैं, इसकी सुंदरता, इसमें निहित भावनाओं की खोज करते हैं, और यह कैसे आत्मा के लिए कलात्मक सांत्वना का एक कालातीत रूप बन गया है।
Sad Shayari in Hindi
- हम तुम्हें मुफ़्त में जो मिले हैं,
क़दर ना करना हक़ है तुम्हारा.
- वो तेरे खत तेरी तस्वीर और सूखे फूल,
उदास करती हैं मुझको निशानियाँ तेरी !
- सांस लेने से तेरी याद आती है,
सांस नहीं लेता तो जान भी जाती है,
कह दू कैसे की इस सांस से जिंदा हूं मै,
ये सांस भी तो तेरी याद के बाद ही आती है.
- मेरी गलती बस यही थी के मैंने हर,
किसी को खुद से ज़्यादा जरुरी समझा।
- जिंदगी तो कट ही जाती है,
बस यही एक जिंदगी भर,
गम रहेगा की हम उसे ना पा सके.
- कमाल की मोहब्बत थी मुझसे उसको अचानक,
ही शुरू हुई और बिना बताये ही ख़त्म हो गई।
- तेरे जाने के गम में रो कर रात गुजरती है,
आखिर क्यों तूने मुझे धोखा दिया,
तेरे बिना जिंदगी अब अधूरी सी लगती है,
किस लिए तूने मुझे अकेला छोड़ दिया.
Love sad shayari in hindi
- जिसको आज मुझमे हजारो गलतिया नजर आती हैं,
कभी उसी ने कहा था तुम जैसे भी हो मेरे हो।
- उदास हूँ, पर आपसे नाराज नहीं;
आपके दिल में हूँ, पर आपके पास नहीं;
झूठ कहूँ तो सब कुछ मेरे पास हैं,
और सच कहूँ, तो आपकी यादो के
सिवा कुछ भी नहीं.
- मैं बैठूंगा जरूर महफ़िल में मगर पियूँगा नहीं,
क्योंकि मेरा गम मिटा दे इतनी शराब की औकात नहीं।
- उल्फत में कभि यह हाल होता है,
आंखे हस्ती है मगर दील रोता है,
मानते है हम जिससे मंजिल अपनी,
हमसफ़र उसका कोई और होता है..
- मोहब्बत है या नशा था जो भी था कमाल का था,
रूह तक उतारते उतारते जिस्म को खोखला कर गया।
- तुम मुझे जितनी इज़्ज़त दे सकते थे दे दी,
अब तुम देखो मेरा सबर और मेरी ख़ामोशी।
सैड शायरी हिंदी में
- उम्मीद जिनसे थी वही तनहा कर गए
आज के बाद किसी से नही कहेंगे की तू मेरा है !
- कहाँ मिलता है अब कोई समझने वाला,
जोभी मिलता है समझा के चला जाता है।
- गुनाह खुद कर बैठे वो,
मुझे गुनाहगार समझ के
रिश्ता तोड़ बैठे वो,
मुझे जिम्मेवार समझ के !
- उन्हें चाहना मेरी कमज़ोरी हैं;
उनसे कह नहीं पाना मेरी मज़बूरी हैं;
वो क्यों नहीं समझते मेरी खामोशी;
क्या प्यार का इज़हार करना जरुरी हैं.
- अच्छे होते हैं वो लोग जो आकर चले जाते हैं,
थोड़ा ठहर कर जाने वाले बहुत रुलाते हैं !