Taruna Sahu Pandwani Singer: रायपुर। IBC24 ने सामाजिक सरोकार को हमेशा से प्रमुखता दी है। इसी कड़ी में IBC24 द्वारा राजधानी रायपुर में आज 5 अप्रैल को शक्ति सम्मान का आयोजन किया रहा है, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी हैं। बता दें कि इस कार्यक्रम में शिल्पा शेट्टी अलग-अलग क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित कर रही हैं। बता दें कि पंडवानी गायिका तरूणा साहू को IBC24 की तरफ से ‘शक्ति सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
तरूणा साहू एक ऐसी महिला है जिन्होने ना सिर्फ अपनी पुलिस की जिम्मेदारी संभाली बल्कि पंडवानी गायन से अपनी प्रतिभा का लोहा भी मनवाया। पद्म भूषण तीजन बाई को ये महिला पुलिस अधिकारी अपना गुरू मानती है और दिल्ली के एक मंच पर महिला पुलिस अधिकारी और तीजन बाई ने एक साथ प्रस्तुती भी दी। पंडवानी के क्षेत्र में महिला पुलिस अधिकारी ने कई अवॉर्ड भी हासिल किए है। धमतरी जिले के नक्सल प्रभावित गांव गिधावा में पली बढ़ी तरूणा साहू अब रायपुर के मंदिर हसौद थाने में आरपीएफ पोस्ट प्रभारी के पद पर तैनात है।
तरूणा को पंडवानी गायन में भी महारथ हासिल है तरूणा बताती है कि जब वो 9 साल की थी तब से ही उन्हे पंडवानी गायन का शौक था पढ़ाई के साथ साथ उन्होने पंडवानी गाना भी जारी रखा। शुरू से ही वे पढ़ाई में भी काफी अच्छी रही है लेकिन उन्होने अपने शौक को भी जिंदा रखना चाहा, ऐसे में उन्होने पद्म भूषण तीजन बाई के नेतृत्व में पंडवानी सीखी और फिर एक मौका ऐसा भी आया कि दिल्ली में आयोजित अखिल भारतीय के कार्यक्रम में तरूणा ने पद्म भूषण तीजन बाई के साथ प्रस्तुती दी और कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया। पंडवानी के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए तरूणा को कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है।
तरूणा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता को दिया है तरूणा के स्कूल में ऐसे बच्चों की कैंपेनिंग कराई जाती थी जो गा सकते थे उस वक्त पद्म भूषण तीजन बाई भी स्कूल में आई थी। उस वक्त तरूणा ही एकमात्र ऐसी छात्रा थी जिनका चयन हुआ। पुलिस में नौकरी लगने के बाद तरूणा ने तीजन बाई से मुलाकात भी की जिसे देखते ही तीजन बाई ने उन्हे गले से लगा लिया। 2005 में उन्हे फोक एंड नेशनल आर्ट में स्कॉलरशीप भी मिली। इतना ही नहीं पुलिस की परीक्षा के लिए तरूणा ने खुद को फिजिकल फीट रखा और खूब पढ़ाई की जिसकी वजह से वे आज एक बेहतर पुलिस अधिकारी है पंडवानी गायन के साथ ही तरूणा ने अपनी पुलिस की ड्यूटी भी बखूबी निभाई रेल्वे में उन्हे कई बार लोगों की मदद करते देखा गया जिसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है।
Taruna Sahu Pandwani Singer: तरूणा की ड्यूटी की कोई टाइमिंग नहीं होती वैसे तो 8 घंटे की ड्यूटी होती है लेकिन कभी 24, 48 घंटे भी हो जाते है उनकी कोशिश है कि वे छुट्टियां कम लें। ऐसा इसलिए क्योंकि पंडवानी गायन के लिए जब तरूणा को आमंत्रित किया जाए तो वे वहां भी जाए। तरूणा ने अयोध्या में भी पंडवानी की प्रस्तुती दी। तरूणा एक ऐसी महिला है जो पुलिस अधिकारी की ड्यूटी तो निभाती ही है साथ ही वे अपने प्रोफेशनल लाइफ यानी पंडवानी गायन में भी काफी सक्रिय है। तरूणा बहुमुखी प्रतिभा की घनी एक ऐसी महिला है जिन पर आज हर किसी को गर्व है।