रायपुर : Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana : छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार के साढ़े चार साल पूरे हो चुके हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश की सड़कों की समस्या को खत्म करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाएं हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में ना केवल छत्तीसगढ़ सरकार बल्कि केंद्र सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन भी बेहतर तरीके से हो रहा है। इसकी बानगी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के जरिए देखी जा सकती है। इस योजना के तहत सड़कों के निर्माण के साथ ही उनके नवीनीकरण और रखरखाव का कार्य किया जा रहा है।
Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana : प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत निर्मित सड़कों के संधारण और नवीनीकरण कार्याे में छत्तीसगढ़ देश का अग्रणी राज्य है। यह उपलब्धि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की निर्मित सड़कों के नवीनीकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा नियमित रूप से बजट उपलब्ध कराने से मिली है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रविन्द्र चौबे ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में राज्य शासन से इस योजना के अंतर्गत निर्मित सड़कों के संधारण के लिए सबसे ज्यादा 700 करोड़ रुपए का बजट मिला। वित्तीय वर्ष में निर्धारित लक्ष्य 6000 किलोमीटर सड़कों के नवीनीकरण के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 5436 किलोमीटर के नवीनीकरण का कार्य पूरा हो चुका है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का कार्य काफी तेजी से पूरा हो रहा है। प्रदेश के मुखिया ने जिन इलाकों में सड़कों की जरुरत थी, वहां सड़क बनवाने और जो सड़के क्षतिग्रस्त थी उनका मरम्मत कार्य करवाने में सबसे पहले ध्यान दिया है। इसी कारण से आज प्रदेश की सभी सड़कें बेहद ही शानदार स्थिति में है और सीएम भूपेश बघेल की पहल के कारण प्रदेश की जनता को सफर करने में आसानी हो रही है।
Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana : आंकड़ों के अनुसार प्रदेश के अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में भी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्मित सड़कों के संधारण और नवीनीकरण कार्य में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई है। बस्तर संभाग की अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र की 231 किलोमीटर लम्बी 75 सड़कों का 37 करोड़ रुपए की लागत से संधारण किया गया है। इसी तरह आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र सरगुजा संभाग की 146 सड़कें, जिनकी लम्बाई 560 किलोमीटर है, उनका संधारण 90 करोड़ रुपए की लागत से किया गया। अति नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिला अंतर्गत पूर्व में कोई भी नवीनीकरण के कार्य नहीं हुए थे, वहां भी सड़क निर्माण के बाद पहली बार 10.50 किलोमीटर लम्बी 04 सड़कों के नवीनीकरण का कार्य किया जा रहा है।
वहीं वित्तीय वर्ष 2023-24 में नवीनकरण कार्य के लिए 2915 किलोमीटर लम्बी 782 सड़कों के संधारण के लिए 779 करोड़ रुपए की राशि प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत निर्मित सड़कों में नवीनीकरण कार्य के लिए नियमित रूप से भूपेश बघेल की सरकार द्वारा बजट उपलब्ध कराए जाने के फलस्वरूप नवीनीकरण कार्य में देश में अग्रणी स्थान पर है।
Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana : राज्य सरकार के पंचायत मंत्री रविंद्र चौबे ने बीते दिनों बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत निर्मित सड़कों का संधारण एवं रखरखाव का दायित्व राज्य सरकार का रहता है। केंद्र सरकार द्वारा इसके लिए कोई भी राशि नही दी जाती है। इस संबंध में भारत सरकार को भी केन्द्रांश दिए जाने का अनुरोध किया जाता रहा है। प्रदेश में योजना के प्रारंभ से अब तक कुल 40,234 किलोमीटर लम्बी 8193 सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है। इन निर्मित सड़कों से 10,590 पात्र बसाहटें लाभान्वित हो चुकी है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना द्वारा निर्मित सड़कें ग्रामीण क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए आवागमन का एक मात्र बारहमासी मार्ग होता है। ग्रामीणों के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़कें जीवन रेखा के समान है।
वहीं कार्य पूरा होने के बाद 05 वर्ष तक नियमित रखरखाव कार्य का दायित्व अनुबंधकर्ता ठेकेदार का होता है। निर्मित सड़को का उचित रखरखाव नहीं होने से सड़कें क्षतिग्रस्त हो जाती है जिसे ध्यान में रखते हुए राज्य शासन द्वारा संधारण कार्याे में पर्याप्त सतर्कता बरती जा रही है। कुल निर्मित सड़कों में से 3664 सड़कें लंबाई 17,577 कि.मी. पांच वर्ष नियमित संधारण के अंतर्गत हैं, बची हुई सड़कों के निर्माण की पांच वर्ष की अवधि पूरी हो जाने के बाद नवीनीकरण की स्थिति में हैं। अब तक कुल 22,700 किलोमीटर लंबाई की 5609 सड़कों का नवीनीकरण का कार्य पूरा किया जा चुका है।
Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana : धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया कि, पहले उन्हें बहुत साड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। बबरीश के समय में कई किलोमीटर तक कीचड़ फैला हुआ होता था और ग्रामीणों को कीचड़ में ही आना-जाना करना पड़ता था। लेकिन अब प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना बनने के बाद से जो है आवागमन में सुविधा हुई है और सामान की सप्लाई में भी दिक्कत नहीं कहीं भी गांव से शहरों की ओर या बाजार जाने में या फिर मेडिकल अस्पताल स्कूल जाने में दिक्कत नहीं होती। सड़क बन जाने के कारण आवागमन से बेहतर हो गया है।
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