PM Vishwakarma Yojana Application: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के ज़रिए सरकार आने वाले वर्षों में पारंपरिक कौशल वाले लोगों की मदद करेगी। प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद 16 अगस्त को केंद्रीय कैबिनेट ने इस योजना को मंजूरी दे दी। बता दें कि 15 अगस्त को लाल क़िले से अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि विश्वकर्मा जयंती के दिन 17 सितंबर को 13-15 हज़ार करोड़ रुपये से ‘विश्वकर्मा योजना’ लॉन्च की जाएगी।
पांच साल तक लागू रहेगी योजना
यह योजना अगले पांच साल यानी 2023-2024 से 2027-2028 तक लागू रहेगी। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों और हस्तशिल्प श्रमिकों को विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और पहचान पत्र मिलेगा। इन लोगों को पहले चरण में एक लाख तक का ब्याज़ मुक्त लोन मिलेगा। इसके बाद दूसरे चरण में पांच फीसदी की रियायती ब्याज दर के साथ दो लाख रुपए मिलेंगे।
योजना का लाभ पाने के लिए कौन है पात्र
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना का लाभ मुख्य रुप से बढ़ई, सोनार, कुम्हार, मूर्तिकार/पत्थर गढ़ने वाले, चर्मकार, राजमिस्त्री, बुनकर/चटाई/झाड़ू बनाने वाले, रस्सी कातने वाले/बेलदार, पारंपरिक खिलौना निर्माता, नाई, हार बनाने वाले, धोबी, दर्ज़ी, मछली पकड़ने का जाल बनाने वाला, नाव बनाने वाले, कवच बनाने वाला और लोहार उठा सकेंगे।
कारीगरों को किया जाएगा प्रशिक्षित
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि इस योजना के तहत कारीगरों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। ये प्रशिक्षण दो रूप में दिए जाएँगे, बुनियादी प्रशिक्षण और उन्नत प्रशिक्षण। प्रशिक्षणार्थियों को प्रतिदिन 500 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही औद्योगिक उपकरण ख़रीदने के लिए 15 हजार रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना के तहत पहले वर्ष में पाँच लाख परिवारों को लाभ मिलेगा और पाँच वर्षों में कुल 30 लाख परिवारों को इस योजना से लाभ मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है।
कैसे करें आवेदन
इस योजना और इसके लिए आवेदन करने के बारे में विस्तृत जानकारी https://pmvishwakarma.gov.in/ वेबसाइट पर उपलब्ध है। 11 सितंबर तक इस पर 11322 लोगों ने आवेदन किया है। हालांकि इनके वेरिफिकेशन की प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है। इस वेबसाइट पर पंजीकृत होने के लिए कुछ स्टेप्स फॉलो करने होंगे