One Lakh Rupees Interest Free Instant Loan to Farmers : जयपुर: देशभर में इन दिनों खेती किसानी का काम पूरे जोर-शोर से जारी हैं खरीफ की फसलों के इस समय में किसान खेतों में नजर आ रहे हैं। बात छत्तीसगढ़. तेलंगाना और एमपी की करें तो यह राज्य खेती के लिए पूरी तरह से मानसून पर निर्भर हैं लिहाजा बारिश के बाद बुआई पूरी हो चुकी हैं धान की फैसले भी तैयार होने को हैं।
बहरहाल आज हम बात फसलों की नहीं बल्कि किसानों के लिए सरकार को तरफ से शुरू की गई एक शानदार योजना की कर रहे हैं। दरअसल राजस्थान की भजनलाल सरकार ने पशुपालन में किसानों की सहायता के लिए गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत की है। इस स्कीम से किसान पशु खरीद सकते हैं, शेड बना सकते हैं और चारा भी खरीद सकते हैं। सरकार इस क्रेडिट कार्ड योजना को बिना किसी ब्याज के देती है। आइए पढ़ते हैं क्या हैं यह योजना और किसान इससे किस तरह लाभ हासिल कर सकते है।
One Lakh Rupees Interest Free Instant Loan to Farmers गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के तहत किसानों को 1 लाख रुपये का ब्याज मुक्त लोन मिलता है। ब्याज से बचने के लिए इस लोन को एक साल के अंदर किसानों को इसका भुगतान करना होगा। अगर पुनर्भुगतान में एक साल से ज्यादा की देरी होती है, तो ब्याज लगेगा। राजस्थान सरकार द्वारा शुरू किए गए ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन आप कर सकते हैं। आवेदन प्रोसेस बहुत आसान है और सभी किसान इसमें अप्लाई कर सकते हैं।
बता दें कि इस योजना के लिए केवल राजस्थान के किसान ही आवेदन कर सकते हैं जो प्राथमिक दुग्ध सहकारी समिति के सदस्य हैं और पशुपालन के काम में नियोजित हैं। गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के लिए जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, आवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, बैंक के खाते की जानकारी, पासपोर्ट साइज फोटो की आवश्यकता होती है। इसके अलावा मोबाइल नंबर को आधार से लिंक कराना होता हैं।
One Lakh Rupees Interest Free Instant Loan to Farmers किसान गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं या फिर ऑफलाइन अप्लाई के लिए आवेदक के लिए ई-मित्र केंद्रों या ग्राम सेवा सहकारी समितियों से संपर्क कर सकते हैं। अप्लाई करने के लिए आपको सारी जानकारी ऑनलाइन आवेदन फॉर्म में भरनी होगी और सभी वास्तविक जानकारी को भरने के बाद इसे जमा करना होगा। राज्य सरकार का लक्ष्य किसानों को इस योजना के बारे में जानकारी देने के लिए शिविरों का आयोजन करके भागीदारी को अधिक करना है।