Ration Card Big Update: केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा बच्चों से लेकर बुजुर्ग वर्ग के लोगों के लिए खास तरह की स्कीम चलाई जाती है। खासतौर पर गरीब परिवार के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है ताकि उन्हें आर्थिक रुप से मदद मिल सकें। इन्ही योजनाओं में एक है राशन कार्ड। इस योजना का उद्देश्य भारत के गरीब परिवारों को कम कीमत में राशन वितरित करना है, जिसके माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर परिवार भोजन ग्रहण कर पाए। अगर आप भी राशनकार्डधारक हैं तो हम आपको एक अहम जानकारी देने जा रहे हैं।
ऐसे लोग होंगे राशन कार्ड से बाहर
ओडिशा के खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण मंत्री कृष्णचंद्र पात्र ने कहा है कि पिछली सरकार के दौरान बीजद नेताओं के माध्यम से कई अमीर लोगों को राशन कार्ड दिया गया है। बुधवार को विधानसभा के प्रश्नकाल में मंत्री ने बीजद सरकार के खिलाफ ऐसी शिकायत की और कहा कि अब हमारी सरकार अमीर लोगों की पहचान कर उन्हें राशन कार्ड से बाहर कर रही है। अयोग्य लाभुकों को भी राशन कार्ड से बाहर किया जा रहा है।
16 लाख 27 हजार 932 फर्जी राशन कार्ड
मंत्री ने कहा कि राज्य में अब तक 16 लाख 27 हजार 932 फर्जी राशन कार्डधारियों की पहचान की गई है। सरकार ने अब आधार आधारित ई-केवाईसी लागू कर दी है, जिससे अयोग्य लाभुकों का नाम स्वत: हट जाएगा। मृत व्यक्तियों का नाम भी सूची से हटा दिया गया है। इतना ही नहीं मंत्री ने कहा कि अब किसी भी गरीब व्यक्ति का राशन कार्ड नहीं काटा जाएगा और ना ही गरीबों का राशन कार्ड कटने की कोई संभावना है। अपने माता-पिता से अलग रहने वाले परिवार को भी राशन कार्ड देने की व्यवस्था की जाएगी।
घर-घर जाकर चावल देने के निर्देश
मंत्री कृष्णचंद्र पात्र ने कहा, कि अब आवेदन करने वालों की जांच कर राशन कार्ड जारी करने की व्यवस्था की जा रही है। कोरापुट जैसे दूर दराज वाले क्षेत्र में जहां लोग दूर जाकर चावल ला रहे हैं, वहां हितग्राहियों को घर-घर जाकर चावल देने के लिए जिलाधीश को निर्देश दिए जाने की जानकारी मंत्री ने विधानसभा में दी। बीजद सरकार पर निशाना साधते हुए मंत्री ने कहा कि पहले की सरकार के समय राशन डीलर सब खाकर खोखला कर दिया है। चुनाव के दौरान वे मतदाताओं में पैसे बांट रहे थे। यदि अब ऐसा करते हुए पकड़े गए तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।