Janani Suraksha Yojana Scam: केंद्र और राज्य सरकार द्वारा बच्चों से लेकर बुजुर्ग वर्ग तक के लोगों आर्थिक सहायता देने के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जाती है। इस योजना से लोगों को लाभ तो होता है, लेकिन कभी-कभी ये योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है। ऐसा ही एक मामला झारखंड के कोडरमा में स्वास्थ्य विभाग से सामने आया है, यहां इस योजना के नाम पर सतगावां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर राशि को पुरुषों के खातों में भी भेज दी गई। इतना ही नहीं एक ही महिला को एक दिन में 14 बार प्रसव हुआ दिखाया गया है और उसके खाते में 14 बार राशि भेजी गई।
क्लर्क पर लगा आरोप
स्वास्थ्य केंद्र पर योजना के नाम पर भ्रष्टाचार करने का आरोप क्लर्क अजीत कुमार पर लगा है। मिली जानकारी के मुताबिक, क्लर्क अजीत अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर योजना के नाम घपला कर रहा था। इस पूरा मामले से पर्दा तब हटा जब इस योजना की राशि एक ही दिन में, एक ही महिला के खाते में 14 बार ट्रांसफर की गई। ऐसे में सवाल उठा की, क्या एक महिला का एक दिन में 14 बार प्रसव हुआ? इसके अलावा खुद के बैंक अकाउंट और दूसरे पुरुषों के खाते में भी जननी सुरक्षा योजना के नाम पर क्लर्क अजित कुमार की तरफ से राशि ट्रांसफर की गई थी।
क्लर्क से मांगा स्पष्टीकरण
मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। क्लर्क अजीत कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया है। साथ ही उपायुक्त के निर्देश पर एक पांच सदस्यीय जांच टीम भी गठित की गई है। यह टीम मामले की जांच करके रिपोर्ट विभाग को सौंपेगी। इधर, योजना की राशि पुरुषों के खाते में भेजे जाने को लेकर प्रखंड के जन प्रतिनिधि भी उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं। मामले को जिला परिषद सदस्य नीतू कुमारी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। हालांकि, मामला उजागर होने के बाद स्वास्थ्य केंद्र का क्लर्क अजित कुमार फरार बताया जा रहा है।
जननी सुरक्षा योजना
बता दें कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए ‘जननी सुरक्षा योजना’ की शुरुआत की गई थी। इसके तहत बच्चा होने के बाद महिलाओं को 1400 रुपये की सहायता राशि दी जाती है। ताकि गरीब और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य ठीक रहे और बच्चों के जन्म के समय मां एवं नवजात मृत्यु दर को कम किया जा सके।