Contract Employees Regularization Announcment on 15th August By State Govt ?: महासमुंद: परमानेंट किये जाने की मांग वन विभाग के भीतर जोर पकड़ती नजर आ रही है। बात करें महासमुंद जिले की तो यहां के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी खुद को नियमित किये जाने की मांग पर अड़े हैं। अपने इसी मांग को लेकर कर्मचारी पिछले दिनों से हड़ताल पर है। इसमें जिले के कम्प्यूटर ऑपरेटर, फॉरेस्ट गार्ड, चपरासी, क्लर्क, सीमा प्रहरी शामिल है। यहां प्रदेशभर के दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी जुटे। इधर कर्मचारियों के हड़ताल में चले जाने से वनविभाग का काम पूरी तरीके से प्रभावित रहा। दूर-दराज से अपने काम लेकर वन कार्यालय पहुंचे लोगों को भी हड़ताल की वजह से बेरंग लौटना पड़ा।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टऔर सूत्रों की मानें तो इस हड़ताल का असर सिर्फ आम लोगों पर ही नहीं बल्कि खुद वन विभाग के कर्मचारियों पर भी पड़ सकता है। कर्मचारियों के हड़ताल में रहने के कारण रेंज के किसी भी कर्मचारियों का वेतन नहीं बन पाएगा। जंगल में रखवाली करने वाले कर्मचारी नहीं रहेंगे।
Contract Employees Regularization Announcment on 15th August By State Govt ?: इस हड़ताल में वनविभाग के चौकीदार भी शामिल है। लिहाजा चौकीदारों के न होने से चौकीदारी के कारण काम प्रभावित होगा। जंगल वनजीवों के शिकार व लकड़ी कटाई व चोरी होने का खतरा बढ़ गया है। इसको लेकर विभाग के द्वारा अब तक कोई व्यवस्था नहीं बनाई जा सकी है। अंदरुनी इलाके में कीमत लकड़ी की इन दिनों कटाई हो रही है। ऐसे में विभाग को लाखों करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ेगा। इन दिनों जंगल में दंतैल गांव में पहुंच रहे है। ऐसे में सुरक्षा को लेकर कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं रहने से ग्रामीण दहशत में है।