Business Loan Schemes for Women: नई दिल्ली: पिछले कुछ सालों में नौकरी से लेकर बिज़नेस के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। कुछ सालों पहले आई गूगल बेन रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 20% व्यवसायों की मालिक महिलाएं हैं। व्यवसायिक क्षेत्र में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए, निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों सहित भारत के प्रमुख लोन संस्थानों ने विभिन्न लोन योजनाओं की शुरुआत की है। इस लेख में महिला उद्यमियों के लिए रियायती ब्याज दरों पर मिलने वाली टॉप 5 बिज़नेस लोन योजनाओं (Business Loan Schemes for Women) के बारे में बताया गया है। महिलाओं को बिज़नेस लोन कैसे मिलेगा, जानने के लिए ये लेख पढ़ें।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया उन महिला उद्यमियों के लिए बिज़नेस और स्टार्टअप लोन प्रदान करता है जो अपना नया बिज़नेस खोलना चाहती हैं या मौजूदा बिज़नेस को बढ़ाना चाहती हैं या उसकी जगह दूसरा बिज़नेस खोलना चाहती हैं।
विशेषताएँ:
मुद्रा लोन योजना को प्रधान मंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के तहत वर्ष 2015 में शुरू किया गया था। इस योजना के तहत व्यक्तियों, स्टार्टअप, बिज़नेस मालिकों के साथ-साथ महिला उद्यमियों को लोन दिया जाता है। इस योजना के अंतर्गत महिला उद्यमियों को 10 लाख रु. तक की लोन राशि प्रदान की जाती है। इस योजना में तीन लोन कैटेगरी हैं; शिशु, किशोर और तरुण। शिशु योजना के तहत व्यवसाय शुरू करने के लिए 50,000 रु. तक का लोन दिया जाता है। वहीं किशोर और तरुण योजना के तहत क्रमश: 5 लाख तक और 10 लाख तक का लोन व्यवसाय को बढ़ाने के लिए दिया जाता है। मुद्रा योजना के तहत बैंकों और एनबीएफसी द्वारा दी जाने वाली बुनियादी विशेषताएं नीचे दी गई हैं:
भारतीय महिला बैंक, जिसका हाल ही में एसबीआई में विलय हुआ है, महिला उद्यमियों को नया बिज़नेस स्थापित करने या अपने मौजूदा बिज़नेस को बढ़ाने में मदद करने के लिए कई प्रकार के लोन प्रदान करता है। इस कैटेगरी में श्रृंगार और अन्नपूर्णा योजनायें भी शामिल हैं। श्रृंगार लोन उन महिलाओं को प्रदान किया जाता है जो अपना ब्यूटी पार्लर खोलना चाहती हैं। वहीं अन्नपूर्णा लोन योजना उन महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है जो लंच बेचने के लिए फूड केटरिंग का बिज़नेस खोलना चाहती हैं।
a.) बीएमबी श्रृंगार – ब्यूटी पार्लर, सैलून या स्पा के लिए लोन
विशेषताएँ:
b.) बीएमबी अन्नपूर्णा लोन – फूड केटरिंग
विशेषताएँ:
सिंडिकेट बैंक की सिंड महिला शक्ति, जिसका अब केनरा बैंक में विलय हो गया है, नई और मौज़ूदा महिला उद्यमियों, दोनों के लिए प्रदान किया जाता है। यह योजना या तो नई और मौजूदा बिज़नेस इकाइयों की वर्किंग कैपिटल संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए कैश क्रेडिट के रूप में या 10 साल तक की टर्म लोन योजना के रूप में उपलब्ध है। अगर आपके बिज़नेस को भी इस तरह के लोन की ज़रूरत है, तो उसमें एक या एक से अधिक महिलाओं की कम से कम 50% हिस्सेदारी होनी चाहिए।
देना बैंक की शक्ति योजना, खेती और उससे संबंधित गतिविधियों, रिटेल व्यापार, माइक्रो क्रेडिट, शिक्षा, आवास के साथ-साथ डायरेक्ट/ इनडायरेक्ट फाइनेंस, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर सहित कई क्षेत्रों में महिला उद्यमियों को सहायता प्रदान करती है। लोन की ब्याज दर, राशि और भुगतान अवधि की अधिकतम सीमा उस सेक्टर के आधार पर अलग-अलग होती है जिसमें आपका बिज़नेस है। लोन पर कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं ली जाती है और 5 लाख रुपये तक के लोन पर ब्याज दर में 0.50% की छूट दी जाती है।