रायपुर : CG Assembly Winter Session : छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र पहला ही दिन जबरदस्त हंगामेदार रहा। धान, किसान, सिस्टम की अव्यवस्था समेत कई मुद्दे पहले ही दिन गूंजे, ना सिर्फ मुद्दों पर तीखे सवाल पूछे गए बल्कि सरकार को कुछ मुद्दों पर विपक्ष के साथ-साथ अपनों के सवालों की धार भी झेलना पड़ी। किन-किन मुद्दों पर घरी सरकार, क्या सत्तापक्ष को कटघरे में खड़ा करने में कामयाब रहा विपक्ष?
CG Assembly Winter Session : छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र का पहला दिन, हंगामेदार रहा। विपक्ष ने धान खरीदी प्रक्रिया में गतिरोध से लेकर, अमानक बारदाना से लेकर मिलर्स की हड़ताल तक मुद्दा उठाते हुए सरकार को घेरा, नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत का आरोप है कि, कई खरीदी केंद्रों पर मानक 580 ग्राम बोरे के बजाय 480 ग्राम वाले बोरों में धान तौलकर, किसानों से प्रति क्विंटल 250 ग्राम धान ज्यादा तौला जा रहा है। विपक्ष की मांग है कि इसकी जांच विधायक जांच से करवाई जाए। इधर,सरकार का दावा है कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है शिकायत के आधार पर पहले ही जांच करवाई गई जिसमें बोरे मानक पाए गए, आगे जांच की जरूरत नहीं है। हालांकि विपक्षी विधायक इससे संतुष्ट नहीं हुए और सदन से वॉकआउट कर दिया।
CG Assembly Winter Session : सदन में धान खरीदी पर सरकार को विपक्ष ने तो घेरा ही साथ ही ध्यानकर्षण के दौरान बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने जलजीवन मिशन में गड़बड़ी के मुद्दे पर तो बीजेपी विधायक सुशांत ने जमीनों पर अवैध कब्जा और बंदरबांट पर अपने ही मंत्री के जवाब को गलत बताया। प्रदेश में उड़ता पंजाब की तरह उड़ता जमीन का मामला बताते हुए गंभीर आरोप लगाया।
कुल मिलाकर सत्र के पहले दिन सरकार पर हमलावर विपक्ष के तेवर और सत्ता पक्ष की तैयारी देखकर साफ है कि मौसम में सर्दी बढेगी लेकिन सत्र के दौरान सियासत का तापमान अभी और चढ़ेगा ।