रायपुर : CG Cabinet Expansion News : उपचुनाव के नतीजों के बाद अब साय मंत्रिमंडल के विस्तार की सुगबुगाहट तेज है। दरअसल चर्चा है कि निकाय चुनाव से पहले साय कैबिनेट में खाली दो मंत्री पदों पर नियुक्ति हो जाए। इसे लेकर अब कयासों का दौर शुरु हो गया है, लेकिन साय कैबिनेट में बृजमोहन का उत्तराधिकारी कौन होगा। साथ ही क्या दोनों रिक्त मंत्री पद एक साथ भरे जाएंगे। सबसे बड़ा सवाल मंत्रियों के चयन में किन चीजों को प्राथमिकता दी जाएगी। तमाम सवालों के बीच सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है।
रायपुर दक्षिण में बृजमोहन के बाद विधायक कौन। इसका जवाब तो सुनील सोनी की जीत के बाद मिल गया, लेकिन साय कैबिनेट में बृजमोहन अग्रवाल का उत्तराधिकारी कौन, ये सवाल अभी भी अनुत्तरित है। फिलहाल साय कैबिनेट में दो मंत्री पद खाली है। उपचुनाव के बाद एक बार फिर खाली पदों को लेकर कयासों का दौर चल पड़ा है। चर्चा तो ये भी है कि निकाय चुनाव से पहले साय मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा, हालांकि सत्ता पक्ष का कोई भी नेता इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दे रहा।
अब सवाल है कि साय कैबिनेट में खाली दो पदों के लिए कौन-कौन दावेदार हैं।
CG Cabinet Expansion News : इसमें एक पद के लिए रायपुर दक्षिण से नवनिर्वाचित विधायक और ओबीसी वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले सुनील सोनी का नाम शामिल है। इसके अलावा रायपुर पश्चिम के विधायक और पूर्व मंत्री राजेश मूणत, रायपुर उत्तर के विधायक ब्राह्मण समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले पुरंदर मिश्रा के नाम की भी चर्चा है, तो एक और खाली पद के लिए BJP के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव और बिलासपुर के विधायक अमर अग्रवाल का नाम चल रहा है।
साय कैबिनेट की बिस्तार को लेकर सुगबुगाहट तेज है। बीजेपी नेता भले इसे मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार बताकर कुछ भी कहने से बचें, लेकिन विपक्ष चुटकी लेने में पीछे नहीं है। पीसीसी चीफ ने तंज कसते हुए कहा कि अजय चंद्राकर मंत्री पद के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उम्मीद है भैया सुनील सोनी को मंत्री बना देंगे।
फिलहाल साय मंत्रिमंडल में सरगुजा और बिलासपुर संभाग का दवदबा है। सरगुजा से मुख्यमंत्री समेत 4 लोग हैं, तो बिलासपुर संभाग से एक उपमुख्मंत्री समेत 3 मंत्री शामिल हैं। बस्तर संभाग से सिर्फ एक मंत्री हैं, जबकि साय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री को मिलाकर कुल 10 लोग शामिल हैं, जिनमें दुर्ग संभाग से 2 मंत्री हैं। वहीं जातीय समीकरण को देखें तो मुख्यमंत्री समेत 3 ST, 1 SC, 6 ओबीसी हैं। अब देखना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी निकाय चुनाव से पहले जातीय या संभागीय समीकरण को साधती है। ऐसे में किसकी लॉटरी लगेगी अब वो कौन होगा ये बड़ा सवाल है।