रायपुर : CG Congress News : छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संगठन में बदलाव कब होगा इसकी तस्वीर अभी तक साफ नहीं हो पाई है। बदलाव की अटकलें यूं तो जुलाई-अगस्त से चल रही हैं, लेकिन लगातार किसी न किसी वजह से नई नियुक्तियों पर ग्रहण लगता जा रहा है। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने अगस्त के अंत तक सारी नियुक्तियां कर लेने का दावा किया था। इसी बीच AICC में हुए बदलाव ने छत्तीसगढ़ को भी प्रभावित किया। दो नए प्रभारी सचिवों की नियुक्तियां की गई। उसके बाद न्याय यात्रा की वजह से बैज की टीम का काम अटक गया। अब न्याय यात्रा में उभरे नए समीकरण और तीनों प्रभारी सचिवों की मैराथन बैठकों की वजह से बैज की टीम का विस्तार अटकता नजर आ रहा है।
CG Congress News : छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन में बदलाव की अटकलें तो जुलाई-अगस्त से चल रही हैं। लेकिन लगातार किसी न किसी वजह से नई नियुक्तियों पर ग्रहण लगता रहा है।पीसीसी चीफ दीपक बैज ने अगस्त के अंत तक सारी नियुक्तियां कर लेने का दावा किया था। इसी बीच एआईसीसी में हुए बदलाव ने छत्तीसगढ़ को भी प्रभावित किया। दो नए प्रभारी सचिवों की नियुक्तियां की गई। उसके बाद न्याय यात्रा की वजह से बैज की टीम का काम अटक गया। अब न्याय यात्रा में उभरे नए समीकरण और तीनों प्रभारी सचिवों की मैराथन बैठकों की वजह से बैज की टीम का विस्तार अटकता नजर आ रहा है।
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CG Congress News : दरअसल अब तक पीसीसी चीफ से मिलकर सभी वरिष्ठ नेताओं ने नामों का सुझाव दिया था। इस बीच प्रभारी सचिवों ने अपने प्रभार जिलों में बैठकें भी ली थीं। लेकिन अब प्रभारी सचिवों को मिले फीडबैक और पीसीसी चीफ की सूची में मिलान किए जाने के बाद ही नियुक्तियों की बात कही जा रही है। खासतौर पर जिला अध्यक्ष के पदों पर कई नए नाम सामने आए हैं। दूसरी ओर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने न्याय यात्रा के माध्यम से भी कांग्रेस नेताओं के कामकाज का आंकलन किया है। ऐसे में अब नेताओं के सिफारिशी नामों की जगह बैज का साथ देने वालों को जगह मिल सकती है। लेकिन इस पूरी प्रक्रिया में कुछ वक्त लग सकता है। हालांकि पीसीसी चीफ दीपक बैज जल्द ही नई नियुक्तियों की बात कहते नजर आ रहे हैं।
बैज की नई टीम में जगह पाने प्रदेशभर में कार्यकर्ता जोड़ तोड़ में जुटे हैं। ऐसे में किसे जगह मिलेगी और कौन बाहर होगा, यह तो कुछ वक्त बाद पता चलेगा। लेकिन न्याय यात्रा और नए प्रभारियों की नियुक्ति के बाद उभरे समीकरण ने फिलहाल बैज की नई टीम की नियुक्ति की प्रक्रिया को जटिल जरूर बना दिया है।