#SarkarOnIBC24: लखनऊ: उत्तरप्रदेश में एक सरकारी फरमान ने पूरे देश में चर्चाओं का तूफान खड़ा कर दिया। योगी सरकार का आदेश है कि कांवड़िए जिस रास्ते से गुजरेंगे वहां के दुकानदार अपना नाम और पहचान जाहिर करें। योगी सरकार के आदेश को लेकर अब सियासत तेज हो गई है। विरोधी के साथ-साथ अब NDA के घटक दलों ने भी फैसले का विरोध किया है लेकिन अब हिंदूस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी योगी सरकार के आदेश के समर्थन में आ गए हैं।
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यूपी में कांवड़ यात्रा के दौरान ढाबा मालिकों और दुकानदारो को नेम प्लेट लगाने का आदेश दिए जाने के बाद योगी सरकार की आलोचला हो रही है। विपक्ष के नेता तो इस फैसले का विरोध कर ही रहे हैं, तो NDA में शामिल सहयोगी जेडीयू और लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास ने भी इस आदेश का विरोध किया है। विरोध के बीच पहली बार NDA में शामिल हम पार्टी ने इसका समर्थन किया है। हिंदूस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी को योगी सरकार के आदेश में कुछ भी गलत नहीं लगता। जीतन राम मांझी भले योगी सरकार के फैसले का समर्थन कर रहे हों। लेकिन विपक्ष दुकानों में नेमप्लेट लगाने के आदेश को सरासर अन्याय बता रहा है तो बीजेपी नेता भी तर्क देने में पीछे नहीं हैं।
#SarkarOnIBC24: सियासी बयानबाजी से इतर आगामी 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है। लेकिन आस्था यात्रा से पहले कांवड़ रूट पर दुकानदारों के नाम के फरमान के बादू हिंदू बनाम मुसलमान की लड़ाई फिर छिड़ गई है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि ये सिर्फ आस्था का सवाल है, या कोई सियासी चाल। वजह चाहे जो भी हो लेकिन नाम की मजहबी ‘दीवार’ पर वार-पलटवार का सिलसिला तेज है।