श्रीनगर : Jammu-Kashmir Election Result 2024 : जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव संपन्न् हुए करीब सप्ताह भर का समय बीत चुका है और सभी को कल आने वाले नतीजों का बेसब्री से इंतजार है। चुनाव के नतीजे जैसे भी रहे, लेकिन पूरे 10 साल बाद कश्मीर में चुनावी लोकतंत्र की बहाली सबसे बड़ी उपलब्धि रही। सभी पार्टियों ने कश्मीर को लेकर अपना विजन पेश किया। धारा 370 से लेकर हर मुद्दे पर बात हुई। कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे सिर्फ कश्मीर के लिए ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय राजनीति पर भी गहरा असर डालने वाले साबित होंगे।
Jammu-Kashmir Election Result 2024 : जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में हुए चुनाव के बाद अब नतीजों की बारी है। कश्मीर के चुनावी रण में बीजेपी, पीडीपी के बाद NC और कांग्रेस मुख्य खिलाड़ी हैं। चुनाव प्रचार की अगर बात करें तो कश्मीर का विधानसभा चुनाव धारा-370 के आसपास लड़ा गया। बीजेपी ने जहां इसके हटने के फायदे गिनाए तो वहीं PDP और NC ने इसकी वापसी का वादा किया। वहीं कांग्रेस ने धारा-370 हटने की सच्चाई को स्वीकारते हुए कश्मीर के राज्य के दर्जे पर जोर दिया। धारा 370 की मुद्दा चुनाव में इतना अहम था कि प्रचार के दौरान ही पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के एक बायन ने इसे तूल दे दिया।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में बेशक धारा 370 की गूंज सबसे ज्यादा सुनाई दी, लेकिन कई और भी मुद्दे थे जिस पर सियासी पार्टियों ने वोट मांगे इनमें आतंकवाद पर नकेल, बेरोजगारी दूर करना,कश्मीरी पंडितों की वापसी, पाकिस्तान से बातचीत और पब्लिक सेफ्टी एक्ट हटाने को लेकर भी लोगों का रुझान अपनी ओर मोडने की सभी दलों ने कोशिश की।
Jammu-Kashmir Election Result 2024 : 8 अक्टूबर को जब जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे तब हर किसी में ये जानने की उत्सुकता रहेगी की कश्मीर के लोग अपने वोट के जरिए देश को क्या संदेश देना चाहते हैं। हालांकि ये एक ऐतिहासिक सच्चाई है कि धारा 370 के विशेष दर्जे के चलते लंबे समय तक कश्मीर में अलगाववाद की भावना हावी रही। पाकिस्तान ने भी इसे हवा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। वहीं इसके हटने के बाद ना केवल कश्मीर में आतंकवाद में कमी आई बल्कि पत्थरबाजी की घटनाएं भी बंद हुई। कश्मीर में पर्यटन बढ़ा और रोजगार के अवसर भी।