रायपुर : ED Raid On Kawasi Lakhma House : छत्तीसगढ शराब घोटाला केस में ED ने बड़ी कार्रवाई की है। कांग्रेस नेता और पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के घर पर छापा मारा है। उनके बेटे और करीबियों पर भी ED ने एक साथ छापे की कार्रवाई की है। अब ये खबर भी सामने आ रही है कि कवासी लखमा के OSD रह चुके जयंत देवांगन के घर पर भी ED कार्रवाई कर रही है। ED के एक्शन से छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान भी मच गया है।
ED Raid On Kawasi Lakhma House : छत्तीसगढ़ का बहुचर्चित 2 हजार करोड़ का शराब घोटाला केस शनिवार को अचानक सुर्खियों में छा गया। ED की टीम CRPF जवानों के साथ सुबह अचानक पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के रायपुर के धरमपुरा स्थित आवास पहुंच गई और पूरे परिसर को घेरकर छापे की कारवाई शुरू की। कवासी लखमा तब घर पर ही थे। ED की उनसें घंटों पूछताछ की।
ED के रेडार पर सिर्फ पूर्व मंत्री कवासी लखमा ही नहीं थे बल्कि ED ने उनके करीबियों पर भी शिकंजा कसा। एक टीम धरमपुरा तो दूसरी उनके करीबी सुशील ओझा के घर पहुंची। सुशील ओझा PCC के प्रदेश प्रतिनिधि है। उनके चौबे कॉलोनी स्थित आवास पर भी ED ने कई दस्तावेज खंगाले। परिजनों से पूछताछ की।
ED Raid On Kawasi Lakhma House : पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के बेटे हरीश कवासी भी ED की कार्रवाई से बच नहीं सके। ED की तीसरी टीम सुकमा पहुंची। सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी के घर पर छापा मारा। नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घर पर भी दबिश दी। ED की टीम ने दोनों के घरों से दस्तावेज खंगाले और काम के दस्तावेज जब्त कर अपने साथ ले आई। आबकारी घोटाले में ED के एक्शन से प्रदेश का सियासी पारा भी चढ़ गया। कांग्रेस ने इसे पक्षपातपूर्ण और विपक्ष को दबाने की कार्रवाई बतानकर निशाना साधा।
ED Raid On Kawasi Lakhma House : कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी भी हमलावर हुई। ढाई हजार करोड़ का आबकारी घोटाला बताकर लखमा को इसका मोहरा बताया।
कवासी लखमा पर ED की कार्रवाई से सियासत चरम पर है तो वहीं लखमा के 2 करीबी लोगों के अंडरग्राउंड होने की खबर है। सुशील ओझा और सद्दाम सोलंकी दोनों अपने मोबाइल घर पर छोड़कर गायब है। ED के अधिकारी दोनों के घर पहुंचे थे, जिनके नहीं मिलने के बाद ED टीम वापस लौट आई। वहीं ED की कार्रवाई से उसके हाथ किस तरह के दस्तावेज लगे और क्या कुछ हासिल रहा। ED ने अभी साफ नहीं किया है। हालांकि ED के इस एक्शन के बाद से सबकी नजर ED के अगले एक्शन और इसे लेकर छत्तीसगढ़ में होने वाली सियासी उथल पुथल पर बनी हुई है।