नई दिल्ली : Caste Census in India : लोकसभा चुनाव में जाति जनगणना के सहारे कांग्रेस ने बीजेपी को अपने पिच पर खेलने के मजबूर किया। अब जब साल के आखिरी में महाराष्ट्र, हरियाणा समेत 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। तब कांग्रेस एक बार फिर जाति जनगणना वाला दांव खेला है।
Caste Census in India : लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर बीजेपी को चक्रव्यूह में ऐसा फंसाया था कि वो चाहकर भी उससे नहीं निकल पाई और चुनाव नतीजों में भी उसका बड़ा असर दिखा। मगर नीतीश और नायडू की मदद से बीजेपी ने तीसरी बार सरकार बना ली। अब जब कांग्रेस विपक्ष में बैठी है तो, सदन के भीतर भी जाति जनगणना के मुद्दे पर राहुल के तेवर पहले जैसे ही हैं।
इसी साल के अंत में फिर महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड समेत 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव और यूपी की 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। ऐसे में कांग्रेस ने एक बार फिर जातिगत जनगणना के मुद्दे पर बीजेपी और मोदी सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। कांग्रेस की इस रणनीति का खुलासा दिल्ली में हुई हाईलेवल मीटिंग के बाद किया।
एक तरफ कांग्रेस जाति जनगणना की मांग को आगे बढ़ाकर अपनी रणनीति साफ कर दी है। मगर बीजेपी तंज कस रही है कि कांग्रेस की मांग हमेशा से देश को नुकसान पहुंचाने वाली थी।
Caste Census in India : बीजेपी नेता चाहे कांग्रेस की डिमांड को ज्यादा तवज्जो न दे। लेकिन जाति की राजनीति से कोई राजनीतिक दल, कोई राज्य अछूता नहीं है। इस सूची में बिहार भी है। जहां की नीतीश सरकार जाति जनगणना भी करा चुकी है।
अब कांग्रेस लगातार कहती है कि वो सरकार में आती है तो जाति जनगणना कराएगी। दरअसल जाति जनगणना के बहाने पूरी लड़ाई ओबीसी वोटर्स के लिए है। अब देखना है कि जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, उसका ये दांव कितना कारगर साबित होता है।