नई दिल्ली : #SarkarOnIBC24 : ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के बयानों ने देश की सियासत से लेकर धार्मिक जगत में खलबली मचा दी है। अविमुक्तेश्वरानंद ने केदारनाथ मंदिर में 228 टन सोने चोरी होने का आरोप लगाया है। दिल्ली में बन रहे केदारनाथ मंदिर के भी अविमुक्तेश्वरानंद खिलाफ हैं।महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे का पक्ष लेकर भी उन्होंने एक नई बहस को जन्म दे दिया है। इस सियासी बायानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है।
ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के ये बयान इन दिनों खूब चर्चा में हैं। दरअसल अविमुक्तेश्वरानंद 15 जुलाई को मुंबई में अंबानी पारिवार के शादी समारोह में शामिल हुए थे। इस दौरान उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई थी। पीएम मोदी ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से आशीर्वाद लिया था।
#SarkarOnIBC24 : स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद मुंबई में मतोश्री में उद्धाव ठाकरे से भी मिले थे और पूजा में भी शामिल हुए थे। जिसके बाद अविमुक्तेश्वरानंद ने उनके समर्थन में बयान दिया था जिस पर अब सियासत गरमा गई है। उनके बायन को लेकर बीजेपी आक्रामक नजर आ रही है।
अविमुक्तेश्वरानंद उद्धव ठाकरे के पक्ष में बयान देने के चलते ही विवादों में नहीं है। बल्कि केदारनाथ मंदिर में बड़े घोटाले का आरोप लगाकर उन्होंने सनसनी मच दी है। उनके मुताबिक मंदिर से 228 किलो सोना गायब हो चुका है और इसकी जांच की जानी चाहिए। अविमुक्तेश्वरानंद दिल्ली में बनाए जा रहे केदारनाथ मंदिर के भी खिलाफ हैं। जिस पर भी बयानबाजी तेज हो गई है।
#SarkarOnIBC24 : ये कोई पहली बार नहीं है जब अविमुक्तेश्वारानंद ने सियासत पर बयान दिए हों। इससे पहले राहुल गांधी के लोकसभा में दिए हिंदू वाले बयान का समर्थन कर चुके हैं। पीएम मोदी के रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करने का विरोध कर चुके हैं। उनके बयान अक्सर बीजेपी को असहज करते चले आ रहे हैं। अविमुक्तेश्वारानंद भले राजनीति से दूर रहने की बात करे लेकिन उनके कद और धर्म जगत में विशेष स्थान के चलते उनके बयानों को हल्के में नहीं लिया जा सकता।