रायपुर : CG News : छत्तीसगढ़ में साय सरकार ने आते भी पिछली कांग्रेस सरकार के कई घोटालों की जांच विभिन्न एजेंसीज को सौंप दी। आबकारी घोटाला, कोयला घोटाला, महादेव सट्टा एप घोटाला, PSC घोटाला के बाद अब एक और बड़े घोटाला का मामला गर्मा सकता है। पिछली भूपेश सरकार ने युवाओं के लिए खेल और संस्कृतिक आयोजनों के लिए राजीव युवा मितान क्लब योजना शुरू की थी। जिस पर बीजेपी ने शुरू से भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, सरकार बदलने के बाद योजना का फंड रोक कर युवा मितान कल्बस को दिए गए फंड का ऑडिट शुरू किया जा चुका है।
CG News : ऐसे ही एक क्लब है रायपुर नगर निगम के जोन-9 के अंतर्गत 7-सी क्लब का, जहां क्लब के अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष की जानकारी के बिना, उनके फर्जी दस्तखत कर पूरी राशि खर्च कर दी गई। सरकारी रिकॉर्ड कहते हैं कि इस क्लब को साल भर में 4 किस्तों में एक लाख रुपये मिला। जबकि अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष का दावा है कि वो सिर्फ नाम के पदाधिकारी हैं उन्हें फंड को बारे में कोई जानकारी नहीं। जोन कार्यालय से क्लब की ऑडिट रिपोर्ट में रुपयों की निकासी में अध्यक्ष मनोज विश्वकर्मा और कोषाध्यक्ष ओंकार यादव के साइन शो हैं, जब इस बारे में इलाके की पार्षद से पूछा तो वो भी आरोप लगा रही हैं कि फंड का बंदरबांट हुई है, उन्हें भी नहीं पता फंड का क्या उपयोग हुआ।
इस खुलासे के साथ ही पक्ष-विपक्ष में भ्रष्टाचार को लेकर बहस छिड़ गई है। बीजेपी का दावा है कि जांच पूरी होने पर ये भी बड़ा घोटाला साबित होगा जबकि कांग्रेस कहती है कि बीजेपी सरकार सिर्फ आरोप लगाकर सनसनी फैलाती है कोई भी आरोप सिद्ध नहीं हो सका है।