#SarkarOnIBC24: भोपाल: बागेश्वर वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का आठवां दिन है। (Sanatan Hindu Ekta Padyatra update in hindi) इस दौरान उन्होंने एक बार फिर जात पात को करो विदाई का नारा लगाया तो मध्यप्रदेश के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी शामिल हुए और कांग्रेस ने इशारों इशारों में तंज कसा।
बागेश्वर वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता यात्रा में हर दिन हजारों लोगों का हुजूम उमड़ रहा है। नेताओं से लेकर सेलिब्रिटी लगातार कोई ना कोई उनकी इस यात्रा में पहुंच रहे हैं। जहां तक तक नजर जाती है। चारो तरफ भगवा झंडे और हिंदू एकता के नारे से पूरा वातावरण गूंजता रहता है। अपने धुआंधार बयानों से हमेशा चर्चा में रहने वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपनी यात्रा में – एक बार फिर हिंदुओं को एकजुट करने की हुंकार भरी और कहा कि हिंदू राष्ट्र से पहले सभी को हिंदू बनाना जरुरी है। धर्मातंरण के प्रति हिंदुओं को आगाह करते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने उन्हें चादर-फादर से दूर रहने की सलाह दी।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री की इस यात्रा में मध्यप्रदेश के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा शामिल हुए और इस दौरान उन्होंने जाति-पात की करो विदाई हम सब हिंदू भाई-भाई के नारे भी लगाए। (Sanatan Hindu Ekta Padyatra update in hindi) साथ ही इस यात्रा को ऐतिहासिक बताते हुए सनातन को डेंगू कहने वालों के मुंह पर करारा तमाचा बताया। इतना ही नहीं आगे नरोत्तम मिश्रा ने भगवा हिंद की सोच को पूरा होने का दावा भी कर दिया। तो राजस्थान से बीजेपी विधायक और संत बालमुकुंदाचार्य ने संस्कृति को बचाने वाली यात्रा बताया।
इधर एमपी के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता पी सी शर्मा ने इशारों-इशारों में पंडित धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा पर सवाल खड़े कर दिए और कहा कि सब एक हैं। मणिपुर और बांग्लादेश में इंटरनेशनल लेवल पर सबकी चिंता करनी चाहिए।
बागेश्वर वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जिस ढंग से हिंदुओं को एकजुट करने वाली अपनी यात्रा में लगातार आक्रामक बयान दे रहे हैं उसके पीछे क्या हिंदुओं को एकजुट करने के साथ ही क्या ध्रुवीकरण का मकसद भी तो नहीं है ? (Sanatan Hindu Ekta Padyatra update in hindi) जाहिर है इस यात्रा में बीजेपी नेता जहां अपने वोटबैंक का बढ़ता हुआ माइलेज भांप रहे हैं और हिंदुत्व के मुद्दे पर मुखर हैं तो कांग्रेस सधी हुई प्रतिक्रिया देकर संकेतों में अपना संदेश दे रही है। भले ही इस यात्रा का मकसद हिंदुओं को एकजुट करने का है लेकिन इस यात्रा ने सियासी गलियारे की तपिश जरुर बढ़ा दी है।