मुंबई : Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र के चुनावी रण में लगातार हो रही बयानबाजियां, आरोप-प्रत्यारोप की सियासत..तीखे जुबानी हमलों की भरमार से सियासी भूचाल आ गया है। एक ओर बीजेपी और महायुति गठबंधन है तो दूसरी ओर कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी खेमा चुनावी चौसर में शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने CM योगी और गेरुआ को लेकर बयान दिया, तो पूरी बीजेपी ने इसे हिंदू और संतों से जोड़ते हुए कांग्रेस और खरगे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और इस पर संतों के बयान ने सियासी पारे को और बढ़ा दिया।
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Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र के सियासी अखाड़े में बीजेपी-कांग्रेस के दिग्गजों की पहलवानी जारी है। एक ओर महायुति के सूरमाओं ने मोर्चा संभाला है तो दूसरी ओर महाविकास अघाड़ी के रणवीर अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। यूपी के CM योगी आदित्यनाथ के बंटेंगे तो कटेंगे..और PM मोदी के एक हैं तो सेफ हैं। इस नारे को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच शमशीरें खिंच गई हैं। दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने महाराष्ट्र की चुनावी सभा में CM योगी को गेरुआ पहनने और राजनीति करने को लेकर तंज कसा, तो योगी ने भी पलटवार किया कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करना बंद करे।
सीएम योगी के अलावा पूरी बीजेपी ने भी खरगे के बयान को मुद्दा बनाते हए कांग्रेस पर ताबड़तोड़ हमले किये और कांग्रेस को हिंदू विरोधी और साधु संतों का अपमान करने वाली पार्टी तक बता दिया।
Maharashtra Assembly Election 2024: खरगे के बयान पर जहां बीजेपी ने पहले से ही मोर्चा खोलकर रखा है तो दूसरी ओर साधु संत भी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर आक्रामक प्रहार कर रहे हैं। तुलसी पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य महाराज से लेकर कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस को आईना दिखाया।
कुल मिलाकर महाराष्ट्र की राजनीति में कांग्रेस ने बैठे-बिठाए बीजेपी को हिंदुत्व की पिच पर बैटिंग का मौका दे दिया है। जहां खरगे के इस बयान को लेकर बीजेपी सनातन और भगवा से जोड़कर कांग्रेस पर हमलावर है और चुनाव में कैश कराने पर जुट गई है, तो कांग्रेस भी पूरी मुस्तैदी से चुनावी अखाड़े में ताल ठोंक रही है।